मतदान के बीच गुजरात पहुंचा 'अफजल'
गुजरात विधानसभा चुनाव में पहले चरण की वोटिंग हो चुकी है। पहले चरण में 68 फीसदी मतदान हुआ है

अहमदाबाद। गुजरात विधानसभा चुनाव में पहले चरण की वोटिंग हो चुकी है। पहले चरण में 68 फीसदी मतदान हुआ है। पिछले विधानसभा चुनाव में इन सीटों पर 70.75 प्रतिशत मतदान हुआ था। राज्य में कई जगहों पर ईवीएम में खराबी का मुद्दा गरमा गया है। खबरों के अनुसार सूरत पोरबंदर के अलावा कई सीटों पर मतदान के दौरान ईवीएम मशीनों में दिक्कतें सामने आई हैं। गुजरात चुनाव में भाजपा और कांग्रेस दोनों ही पूरजोर से चुनाव लड़ रही हैं। भाजपा की तरफ से प्रधानमंत्री मोदी तो कांग्रेस की तरफ से राहुल गांधी ने अपनी पूरी ताकत झोंक दी है। लेकिन इस बीच जैसे-जैसे चुनाव आगे बढ़ा, वैसे-वैसे जो मुद्दे होने चाहिए थे, वो गायब हो गए और नेता एक-दूसरे पर व्यक्तिगत टिप्पणी करने लगे और एक-दूसरे पर हमला करने के लिए किसी भी हद तक जाने लगे। हर चुनाव जैसे विकास के नाम पर शुरू होता है, वैसे ही गुजरात चुनाव की शुरुआत हुई, लेकिन धीरे-धीरे ये हिंदू-मुस्लिम, धर्म से होता हुआ आतंकी अफजल गुरु तक जा पहुंचा है।
ऐसे आया अफजल गुरु का नाम
गुजरात में कांग्रेस के लिए प्रचार करने वाले कश्मीर के सलमान निजामी को लेकर शनिवार को प्रधानमंत्री मोदी ने कांग्रेस पर जमकर हमला बोला। पार्टी ने जम्मू-कश्मीर के सलमान निजामी को गुजरात में मुस्लिम मतदाताओं को लुभाने के लिए मैदान में उतारा है। इस पर कांग्रेस को घेरते हुए मोदी ने कहा कि कांग्रेस का युवा नेता बोलता है, हर घर से अफजल निकलेगा। देश के कानून ने जिस आतंकवादी को सजा दी, उसके बारे में सलमान निजामी कहता है कि भारत के हर घर से अफजल निकलेगा। वो आजाद कश्मीर चाहता है और सेना को रेपिस्ट कहता है।
कांग्रेस ने निजामी से संबंध को नकारा
जब कांग्रेस सलमान निजामी पर घिरने लगी तो पार्टी ने सफाई देते हुए कहा कि सलमान निजामी कौन है? वो पार्टी में किसी पद पर नहीं है।
अय्यर के 'नीच' पर भी मचा था घमासान
इससे पहले मणिशंकर अय्यर ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को नीच कहा तो भाजपा और खुद मोदी ने इसे आधार बनाकर कांग्रेस और गांधी परिवार को खूब घेरा। बाद में डैमेज कंट्रोल करते हुए कांग्रेस ने पहले मणिशंकर अय्यर को पार्टी से सस्पेंड किया और बाद में प्रवक्ताओं को निर्देश दिया कि वो प्रधानमंत्री के भाषण पर टिप्पणी करने से बचें।


