सीईओ से वार्ता के बाद किसानों का समाधान नहीं निकला
ग्रेटर नोएडा औद्योगिक विकास प्राधिकरण कार्यालय पर गुरुवार तीसरे दिन भी किसानों को अपनी मांगों को लेकर धरना प्रदर्शन जारी रही

ग्रेटर नोएडा। ग्रेटर नोएडा औद्योगिक विकास प्राधिकरण कार्यालय पर गुरुवार तीसरे दिन भी किसानों को अपनी मांगों को लेकर धरना प्रदर्शन जारी रही।
दोपहर बाद किसानों की मुख्य कार्यपालक अधिकारी देवाशीष पांडा के साथ वार्ता हुई। वार्ता के दौरान किसानों के कुछ मांगों पर सहमति बनी। कुछ मांगों पर सहमति न बन पाने के कारण किसानों ने धरना जारी रखने का निर्णय लिए। किसानों ने प्राधिकरण मुख्य गेट के बजाय कार्यालय के किनारे लगातार धरना देने पर राजी हुए। किसानों ने कहा कि जब तक दस फीसदी भूखंड आबंटित करने पर सहमति नहीं बनती है उनका धरना लगातार जारी रहेगा।
सीईओ ने किसानों को आश्वासन दिया कि उनकी मांगों पर लगातार शासन स्तर पर वार्ता चल रही है, जिस पर जल्द ही निराकरण कर लिया जाएगा। उससे पहले किसानों का अपनी मांगों को लेकर तीसरे दिन भी धरना जारी रहा। धरना स्थल पर बैठे किसानों ने ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण पर अपनी मांगों को लेकर बुधवार को धरना दिया था। किसानों ने बताया कि प्राधिकरण की तरफ से वार्ता करने के लिए प्रस्ताव आया जिसको पहले किसानो ने खारिज कर दिया था।
किसानों ने वार्ता करने के लिए सिर्फ मुख्य कार्यपालक अधिकारी के होने की बात कही थी। किसानों के प्रस्ताव खारिज करने के बाद दुबारा प्रस्ताव भेजा गया जिसमें मुख्य कार्यपालक अधिकारी से वार्ता करने के लिए अलग-अलग पचास गांव के किसानों का प्रतिनिधि मंडल को चुनकर वार्ता के लिए भेजा जाएगा।किसानों ने प्राधिकरण पर ही हवन पूजन किया।


