धर्म गुरूओं के विरोध के बाद मदरसा ड्रेस मामले में उत्तर प्रदेश सरकार ने कदम लिया वापस
उत्तर प्रदेश सरकार ने मुस्लिम धर्म गुरूओं के विरोध के बाद मदरसा ड्रेस कोड मुद्दे पर अपने कदम पीछे खींच लिए हैं

लखनऊ। उत्तर प्रदेश सरकार ने मुस्लिम धर्म गुरूओं के विरोध के बाद मदरसा ड्रेस कोड मुद्दे पर अपने कदम पीछे खींच लिए हैं।
उत्तर प्रदेश अल्पसंख्यक कल्याण एवं हज राज्य मंत्री मोहसिन रजा ने मंगलवार को घोषणा की थी कि मदरसा बोर्ड में एनसीईआरटी पाठयक्रम शुरू करने के बाद अब पारंपरिक कुर्ता- पायजामा के स्थान पर नया ड्रेस लागू किया जायेगा। उनके इस बयान के बाद मुस्लिम धुर्मगुरूओं ने तीखी आलोचना करते हुए इसे धर्म में हस्तक्षेप माना।

दूसरी तरफ अल्पसंख्यक कल्याण एवं हज विभाग के कैबनेट मंत्री चौधरी लक्ष्मी नारयाण ने सरकार द्वारा ऐसा कोई नया कदम उठाये जाने की बात से इंकार करते हुए कहा कि सरकार का ऐसा कोई इरादा नहीं है। श्री नरायण ने अपने जूनियर मंत्री के बयान पर कहा कि यह उनकी अपनी राय हो सकती है।
मदरसा दारूल उलूम फिरंगी महल ने ड्रेस कोड पर रज़ा के बयान का विरोध करते हुए कहा कि इसका निर्णय हम पर छोड देना चाहिए।
गौरतलब है कि रजा ने मंगलवार को एक कार्यक्रम में कहा था कि मदरसों में छात्र कुर्ता पायजामा पहनते हैं , लेकिन सरकार चाहती है कि उनका ड्रेस औपचारिक हो।


