एमसीडी चुनाव के एग्जिट पोल के बाद आप नेताओं की चिंता बढ़ी
दिल्ली के तीनों निगमों के मतदान के बाद आये एग्जिट पोल के अनुमानों से दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के सरकारी आवास पर गहमागहमी बहुत बढ़ गयी है
नयी दिल्ली। दिल्ली के तीनों निगमों के मतदान के बाद आये एग्जिट पोल के अनुमानों से दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के सरकारी आवास पर गहमागहमी बहुत बढ़ गयी है और नेताओं तथा विधायकों का आना- जाना निरन्तर बना हुआ है ।
एमसीडी चुनाव के लिये कल हुए मतदान के बाद आये एग्जिट पोल के अनुमानों में आम आदमी पार्टी (आप) की बहुत दयनीय स्थिति होने का अनुमान जताया गया है । इसके बाद से आप नेताओं में भविष्य की राजनीति को लेकर चिंता सताने लगी है ।
आप पार्टी ने पिछले सप्ताह दावा किया था कि उसके आंतरिक सर्वे में तीनों निगमों में 218 वार्डों पर विजय प्राप्त होगी जबकि एग्जिट पोल के अनुमान बिलकुल इसके विपरीत हैं । मुख्यमंत्री निवास पर नेताओं की गहमा-गहमी के बावजूद पार्टी का कोई भी नेता यह मानने को तैयार नहीं है कि वहां निगम चुनाव को लेकर ही चर्चा हो रही है। पार्टी के ग्रेटर कैलाश से विधायक और पूर्व मंत्री सौरभ भारद्वाज मीडिया से यही कहते रहे कि यह एक सामान्य बैठक है जैसे कि अक्सर होती रहती हैं ।
भारद्वाज के तर्क के विपरीत केजरीवाल सरकार में मंत्री गोपाल राय ने मीडिया से कहा कि मुख्यमंत्री निवास पर निगम चुनावों को लेकर चर्चा हुई और यह तय किया गया कि नतीजों के बाद पार्टी का क्या रूख होगा ।
उन्होंने एग्जिट पोल के संबंध में पूछे जाने पर यहां तक कह डाला कि अगर हमारी पार्टी निगम चुनावों में जीतती है तो इसका श्रेय जनता को रहेगा और अगर हारी तो गलती ईवीएम की होगी ।
गौरतलब है कि उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव के बाद बहुजन समाजवादी पार्टी की प्रमुख सुश्री मायावती के ईवीएम की गड़बड़ी को लेकर खड़े किये गये सवालों के बाद केजरीवाल ने इस मसले को खूब उछाला और निगम चुनाव मतपत्रों से कराने की मांग की। दिल्ली उच्च न्यायालय ने इस मांग को खारिज भी किया । निगम की मतगणना 26 अप्रैल को होगी ।


