अबू इस्माइल के मारे जाने के बाद शहर-ए-खास में कर्फ्यू जैसी पाबंदियां लागू
अबू इस्माइल और उसके सहयोगी अबू कासिम के मारे जाने के बाद किसी अप्रिय वारदात को रोकने के लिए पुराने इलाके और शहर-ए-खास में आज कर्फ्यू जैसी पाबंदियां लागू की गईं
श्रीनगर। श्रीनगर के बाहरी इलाके में मुठभेड़ में आतंकवादी संगठन लश्कर-ए-तैयबा (एलईटी) के प्रमुख अबू इस्माइल और उसके सहयोगी अबू कासिम के मारे जाने के बाद किसी अप्रिय वारदात को रोकने के लिए पुराने इलाके और शहर-ए-खास में आज कर्फ्यू जैसी पाबंदियां लागू की गईं। लगातार दूसरे शुक्रवार को इस प्रकार की पाबंदियां लगाईं गईं हैं।
आतंकवादियों के मारे जाने के बाद अब तक किसी भी अलगाववादी संगठन ने हड़ताल का आह्वान नहीं किया है। ये आतंकवादी इस वर्ष जुलाई में अमरनाथ यात्रियों को ले जा रहे बस पर की गई गोलीबारी में शामिल थे जिसमें आठ यात्रियों की मौत हो गई और 20 अन्य घायल हो गए।
इस बीच एतिहासिक जामा मस्जिद के सभी द्वार आज लगातार दूसरे सप्ताह भी बंद रहें। यह मस्जिद कल से नजरबंद किए गए उदारवादी हुर्रियत कांफ्रेंस (एचसी) के अध्यक्ष मीरवाइज मौलवी उमर फारुक का मजबूत गढ़ माना जाता है। पाबंदियों के कारण कट्टरपंथी एचसी के अध्यक्ष सैयद अली शाह गिलानी को उनके हैदरपोरा स्थित निवास पर ही नजरबंद रखा गया है।
जिलाधिकारी ने बताया कि किसी अप्रिय घटना को रोकने के लिए एहतियात के तौर पर आज जिले के नौहट्टा, एम आर गंज, रैनावारी, खानयार और सफाकदल थाना क्षेत्रों में आपराधिक दंड संहिता की धारा 144 के तहत निषेधाज्ञा लागू की गई है।
गौरतलब है कि सितंबर में दूसरी बार पुराने इलाके और शहर-ए-खास में पाबंदियां लागू की गईं हैं। कानून और व्यवस्था की स्थिति से निपटने के लिए अगस्त में बार-बार पाबंदियां लागू की गईं थीं।
जिला प्रशासन ने पहले ही एहतियात के तौर पर सभी शैक्षणिक संस्थानों को बंद करने का आदेश दिया था। कानून और व्यवस्था बनाये रखने के लिए आज सुबह से ही पुराने इलाके और शहर-ए-खास के पांच थाना क्षेत्रों में निषेधाज्ञा लागू कर दी गई।
जमीनी स्तर पर स्थिति हालांकि बिल्कुल अलग देखी गई। सुरक्षा बलों और राज्य पुलिस के जवानों ने सभी सड़क मार्गाें को कंटीली तारों से घेरकर तथा वाहनों को बीच में खड़ा कर बंद कर दिया है। पुराने इलाके में तैनात सुरक्षा बल के जवानों ने कहा,“हमें प्रतिबंधित इलाकों में किसी को प्रवेश करने की इजाजत नहीं देने के निर्देश मिले हैं।”


