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6 घंटे की मशक्कत के बाद नवजोत सिंह सिद्धू लखीमपुर खीरी के लिए रवाना

छह घंटे की मशक्कत के बाद नवजोत सिंह सिद्धू को सहारनपुर पुलिस ने रिहा कर दिया है। जिसके बाद वे लखीमपुर खीरी के लिए फिर रवाना हुए

6 घंटे की मशक्कत के बाद नवजोत सिंह सिद्धू लखीमपुर खीरी के लिए रवाना
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नई दिल्ली। छह घंटे की मशक्कत के बाद नवजोत सिंह सिद्धू को सहारनपुर पुलिस ने रिहा कर दिया है। जिसके बाद वे लखीमपुर खीरी के लिए फिर रवाना हुए। फिलहाल 25 लोगों को चार अलग-अलग गाड़ियों में जाने की अनुमति मिली है। बाकी काफिला रोक दिया गया है। दरअसल पंजाब के मोहाली से शुरू हुए अपने काफिले के साथ लखीमपुर खीरी के लिए रवाना हुए पंजाब कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू को गुरुवार शाम उत्तरप्रदेश पुलिस ने हिरासत में ले लिया था। जसके बाद सिद्धू ने अपने बयान में कहा, ''हम डरने वाले लोग नहीं हैं, हम पंजाबी हैं।''

जानकारी के अनुसार सिद्धू को सहारनपुर पुलिस प्रशासन द्वारा सरसावा थाना क्षेत्र के शाहजहांपुर स्थित यूपी हरियाणा बॉर्डर पर ही रोक दिया गया था। इस दौरान नवजोत सिंह सिद्धू, उनके समर्थकों की पुलिस प्रशासन से नोकझोंक भी हुई। इस बहस के दौरान सिद्धू ने सहारनपुर में अधिकारियों से कहा, ''हम डरने वाले लोग नहीं हैं, हम पंजाबी हैं।''

इतना ही नहीं कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने पुलिस प्रशासन द्वारा लगाए गए बेरिकेड्स को भी तोड़ने का प्रयास किया। मौके पर काफी देर से हंगामा होता रहा। कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने मोदी सरकार के खिलाफ नारेबाजी भी की। लेकिन सहारनपुर पुलिस लगातार ये कहती रही कि यहां पर धारा 144 लगी हुई है। इसलिए किसी को भी भीड़ जमा नहीं करने दी जाएगी। केवल पांच लोगों को ही जाने की इजाजत दी जा सकती है।

सूत्रों के अनुसार लेकिन कांग्रेस नेताओं और विधायकों के अड़े रहने के बाद सिद्धू व अन्य कई नेताओं को पुलिस ने हिरासत में ले लिया था। सिद्धू के साथ इस काफिले में कांग्रेस के कई नेता मौजूद रहे। इसमें पंजाब कैबिनेट के मंत्री विजेन्द्र सिंगला और अन्य कई मंत्री व विधायक भी शामिल हैं। हालांकि पुलिस प्रशासन की पंजाब कांग्रेस के नेताओं के साथ बातचीत के बाद अब देर रात आगे जाने की अनुमति दे दी गई है।

जानकारी के अनुसार फिलहाल 25 लोगों को चार अलग-अलग गाड़ियों में जाने की अनुमति मिली है।

स्थानीय एसएसपी डॉ. एस चनप्पा ने बताया, सिद्धू समेत आठ नेताओं को रिहा कर दिया गया है। 20 नेता अब लखीमपुर के लिए रवाना हो रहे हैं।

कांग्रेस के अनुसार लखीमपुर खीरी में हुई घटना के विरोध और केंद्रीय गृह राज्य मंत्री के बेटे की गिरफ्तारी की मांग को लेकर कांग्रेस पंजाब, उत्तराखंड, राजस्थान सहित कई राज्यों में इस तरह के मार्च निकाल रही है, ये मार्च पंजाब के मोहाली से लखीमपुर खीरी जा रहा था। खास बात ये है कि मार्च के दौरान नवजोत सिंह सिद्धू ने कहा कि अगर गृह राज्य मंत्री के बेटे की गिरफ्तारी नहीं हुई तो वो भूख हड़ताल पर बैठ जाएंगे।


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