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मोदी के आने के बाद कबूतर उड़ाने के दिन चले गए, बाज उड़ाने के दिन आए : सुधांशु त्रिवेदी

पटना में भाजपा बुद्धिजीवी प्रकोष्ठ की ओर से ‘हमारे सपनों के भारत’ विषयक परिचर्चा का आयोजन किया गया

मोदी के आने के बाद कबूतर उड़ाने के दिन चले गए, बाज उड़ाने के दिन आए : सुधांशु त्रिवेदी
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पटना। पटना में भाजपा बुद्धिजीवी प्रकोष्ठ की ओर से गुरुवार को ‘हमारे सपनों के भारत’ विषयक परिचर्चा का आयोजन किया गया। परिचर्चा में भाग लेते हुए भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता सुधांशु त्रिवेदी ने कहा कि 2014 में प्रधानमंत्री के तौर पर नरेन्द्र मोदी के आने के बाद भारत की सॉफ्ट स्टेट वाली छवि दूर हुई। कबूतर उड़ाने के दिन गए तथा बाज उड़ाने के दिन आए।

उन्होंने कहा कि उरी के बाद बालाकोट भी हुआ और घर में घुस कर आतंकियों का सफाया भी किया गया। भारत ने तय किया और हुर्रियत तथा पाकिस्तान से बात करना बंद किया तथा अपनी कूटनीति से हुर्रियत जैसे संगठन को आतंकवादी घोषित कराया।

त्रिवेदी ने कहा कि इस महीने में अयोध्या में प्रभु श्रीराम के नव्य, भव्य मंदिर में उनकी प्रतिमा का प्राण प्रतिष्ठा होने वाला है। यह वह स्थान है, जहां कभी भारत का स्वर्णिम काल था। आज हम दुनिया के सबसे युवा देश हैं तो सबसे पुरातन सभ्यता भी हैं। आज मोदी के काल में उसी स्थान से एक लहर उठी है, जहां से भारत पूरी दुनिया में प्रतिष्ठापित होगा।

उन्होंने कहा कि 2014 में मोदी को जो जनादेश मिला, वह भारत के नव अभ्युदय के लिए था। मोदी को मिले जनादेश के बाद इंग्लैंड के एक अखबार ने अपनी सुर्खियां बनाते हुए लिखा था कि यह भारत की दूसरी आजादी है। अखबार ने ऐसा इसलिए लिखा कि पहली बार भारत की सम्पूर्ण सत्ता एक ऐसे हाथ में आई थी, जिसका ब्रिटिश उपनिवेशवाद से कोई रिश्ता नहीं था। सरकार की विभिन्न योजनाओं से विगत के 10 वर्षों में न केवल भारत का आत्मसम्मान बढ़ा है बल्कि आज भारत एक नई उड़ान की ओर अग्रसर है।


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