मप्र में नवंबर में आएंगे अफ्रीकी चीते
मध्य प्रदेश में अफ्रीका के चीते नवंबर माह में लाए जाएंगे। यह जानकारी राज्य वन्य-प्राणी बोर्ड की बैठक में दी गई

भोपाल। मध्य प्रदेश में अफ्रीका के चीते नवंबर माह में लाए जाएंगे। यह जानकारी राज्य वन्य-प्राणी बोर्ड की बैठक में दी गई। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह ने राज्य वन्य-प्राणी बोर्ड की अध्यक्षता करते हुए कहा है कि प्रदेश में वन क्षेत्रों में विकास कार्यों के लिए दी जाने वाली अनुमतियों में इस बात का पूरा ध्यान रखा जाए कि विकास कार्यों से प्रदेश के वनों एवं वन्य-प्राणियों को कोई नुकसान न हो। वन्य-प्राणियों के विरूद्ध अपराध करने वालों के विरूद्ध न केवल तुरंत कार्रवाई हो, बल्कि उन्हें सजा भी मिलना भी सुनिश्चित किया जाए।
मुख्यमंत्री ने कहा कि जंगली जानवरों से जनता को कोई हानि न हो, इसके लिए भी पूरे प्रयास किए जाएं। वन मंत्री विजय शाह ने बताया कि प्रदेश में नवम्बर माह में अफ्रीका से चीता आएगा। चम्बल अभयारण्य में घड़ियालों की संख्या बढ़कर 2176 तथा डाल्फिन की संख्या 82 हो गई है। गिद्धों की संख्या में भी इजाफा हुआ है। सतपुड़ा टाइगर रिजर्व एवं भेड़ाघाट को विश्व धरोहर की संभावित सूची में शामिल किया गया है। बाघों की गणना वर्ष 2022 में प्रारंभ होगी।
बैठक में संजय टाइगर रिजर्व में कटनी-सिंगरौली रेल लाइन दोहरीकरण एवं विद्युतीकरण कार्य को शर्तों के साथ अनुमति प्रदान की गई। इसे भारत सरकार को शर्तों के साथ भेजा जाएगा।
वन मंत्री शाह ने बताया कि मध्यप्रदेश में वन्य-प्राणियों के उपचार की आधुनिकतम सुविधाएं हैं। जबलपुर में सर्वसुविधायुक्त अस्पताल हैं। अब आधुनिकतम ऑपरेशन टेबिल और वेंटिलेटर भी आ गए हैं। अभी दो इन्क्यूबेटर स्वीकृत किए गए हैं। शीघ्र ही जबलपुर में अंतराष्ट्रीय वन्य-प्राणी संरक्षण कान्फ्रेंस भी आयोजित की जाएंगी।


