मोदी के संसदीय क्षेत्र से आई सलाह : मनरेगा को कृषि से जोड़ो
नरेंद्र मोदी के संसदीय क्षेत्र निवासी किसान ने एक पत्र लिख कर मांग की है कि मनरेगा को कृषि से जोड़ने एवं मनरेगा के मजदूर को किसान के प्रमाण पत्र के आधार पर भुगतान करने की योजना में सुधार की आवश्यकता है

नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संसदीय क्षेत्र निवासी किसान ने एक पत्र लिख कर मांग की है कि मनरेगा को कृषि से जोड़ने एवं मनरेगा के मजदूर को किसान के प्रमाण पत्र के आधार पर भुगतान करने की योजना में सुधार की आवश्यकता है।
बनारस हिन्दू विश्वविद्यालय के छात्रसंघ के पूर्व महामंत्री सूबेदार सिंह ने अपने पत्र में कहा कि किसान सबका पेट भरता है लेकिन आज वह खुद बेबसी की जिंदगी जीने पर मजबूर है। उन्होंने कहा कि किसान महंगे दाम पर बीज, कीटनाशक आदि खरीद कर फसल खड़ी करता है लेकिन उसे समर्थन मूल्य तक नहीं मिलता।
सूबेदार सिंह ने मांग की है कि मनरेगा योजना से पहले किसानों को उचित मूल्य पर मजदूर मिल जाते थे लेकिन मनरेगा लागू होने के बाद खेती के लिए मजदूर भी तीन से चार गुना महंगे हो गए हैं। छोटे व मंझोले किसान इससे बुरी तरह से परेशान हैं।
उन्होंने कहा कि यह सच है कि मनरेगा से पलायन रूका है लेकिन यह भी सच है कि मनरेगा में भ्रष्टाचार है। इसलिए केंद्र सरकार मनरेगा को कृषि से जोड़ दे और किसान के खेत, खलिहान में काम करने के बाद किसान के प्रमाण पत्र पर मजदूर को बैंक से पैसे का भुगतान कर दिया जाए।
इससे किसानों को जहां राहत मिलेगी वहीं मजदूरों को भी काम मिलेगा और समूचे समाज को इसका लाभ मिलेगा।


