अतिक्रमण की शिकायत पर प्रशासन ने कराई नापजोख
सार्वजनिक उपयोग की शासकीय तथा रेलवे व आदिवासी भूमि पर कब्जा किए जाने की एक शिकायत पर कलेक्टर के निर्देशानुसार संबंधित भूमि की जांच के लिए सीमांकन दल ने नापजोख की कार्यवाही की।

कोरबा। सार्वजनिक उपयोग की शासकीय तथा रेलवे व आदिवासी भूमि पर कब्जा किए जाने की एक शिकायत पर कलेक्टर के निर्देशानुसार संबंधित भूमि की जांच के लिए सीमांकन दल ने नापजोख की कार्यवाही की। इस दौरान रेलवे की जमीन पर निर्माण को नापने के अलावा सड़क की चौड़ाई की भी नाप की गई। पूरी कार्यवाही को लेकर व्यापारियों में हड़कंप मची रही और उन्हें अतिक्रमण पाये जाने पर तोड़फोड़ की कार्यवाही का भय सता रहा है।
जानकारी के अनुसार पिछले दिनों कलेक्टर को पत्र लिखकर की गई शिकायत में कहा गया है कि सार्वजनिक उपयोग की शासकीय तथा रेलवे भूमि के साथ-साथ आदिवासी जमीन पर बेजा कब्जा कर लिये जाने से पवन टाकीज रेलवे क्रासिंग से दुरपा रोड जाने का मार्ग संकरा हो गया है तथा रेलवे लाइन की पटरी से सटकर लोगों को अपनी जान-जोखिम में डालकर आवागमन करना पड़ रहा है।
पटरी से सटकर रोड होने के कारण अनेक दुर्घटनाएं हो चुकी है और कभी भी गंभीर हादसा हो सकता है। इस बहुउपयोगी मार्ग को जनसुरक्षा की दृष्टि से रेलवे के मापदंड अनुसार निर्माण कराने एवं शासकीय तथा रेलवे और आदिवासी भूमि को कब्जे से मुक्त करा मार्ग उन्नयन कराते हुए अन्य नागरिक सुविधा उपलब्ध कराने का आग्रह किया गया।
इस शिकायत आवेदन के परिप्रेक्ष्य में कलेक्टर पी दयानंद द्वारा एसडीएम देेवेन्द्र पटेल को सीमांकन हेतु निर्देशित किया गया। एसडीएम ने तहसीलदार टीआर भारद्वाज की अध्यक्षता में अधीक्षक भू अभिलेख एनके सिंह, राजस्व निरीक्षक एमएस सिदार, प्रभारी अधिकारी भवन विकास अनुज्ञा नगर निगम प्रकाश चन्द्रा, हल्का नंबर 9 के पटवारी चक्रधर ङ्क्षसह सिदार वं रेलवे विभाग से सीनियर सेक्शन इंजीनियर एसके श्रीवास्तव की 6 सदस्यीय टीम गठित की। संयुक्त टीम ने आज सुबह पवन टाकिज रेलवे क्रासिंग से परशुराम भवन से पहले मोड़ तक रेलवे की जमीन को नापा।
रेलवे के दायरे में एक व्यवसायी के मकान का कुछ हिस्सा आया तो दूसरे व्यापारी के जर्जर मकान को नापा गया। इसके बाद शासकीय भूमि पर अतिक्रमण को नापने अग्रसेन चौक से लेकर दुरपा रोड के मोड़ तक जरीब से सड़क की चौड़ाई दोनों ओर नापी गई। सड़क 66 से 73 फीट तक चौड़ी मिली।
गूगल मैप और नक्शा से चिन्हांकन
रेलवे की जमीन पर अतिक्रमण का नापने रेलवे विभाग से एसके श्रीवास्तव और दूसरे अधिकारी गूगल मैप व मार्गदर्शिका लेकर ामौके पर डटे रहे, तो राजस्व कर्मी पटवारी नक्शा लेकर मौजूद थे। खसरा नंबर के आधार पर जमीन का चिन्हांकन करते हुए पुरानी रेल लाईन के एक छोर से सड़क की ओर दूरी नापी गई और इस दायरे में आने वाले अतिक्रमण को चिन्हित किया गया।
18 लोगों को मिली नोटिस
राजस्व निरीक्षक कार्यालय से 16 मार्च को नोटिस जारी कर सतीश कुमार, एनव्ही विजय राज, मंगलचंद, हनुमान प्रसाद, नाथमल, थद्दाराम, संतोष कुमार, धनीराम, रामकली, मटरूमल, नर्मदा देवी, गोपाल अग्रवाल, कुसुम अग्रवाल, प्रभूराम, रामकुमार, किशोरीलाल को सीमांकन के दौरान उपस्थित रहने कहा गया था। इनमें से अधिकांश लोग रेलवे क्रासिंग से सर्वमंगला मंदिर जाने वाले मार्ग पर सड़क किनारे के निवासी हैं। ये भी मौके पर मौजूद थे। सीमांकन के इन सभी की धड़कनें बढ़ी रही। अग्रसेन चौक से दुरपा रोड मोड़ तक सड़क की चौड़ाई की नाप में कुछ दुकानों के चबूतरे दायरे में आये है।
जिससे इनमें हड़कंप भी मची रही कि आगे क्या होगा? इसी तरह मिशन रोड के नोटिस प्राप्त व्यवसायियों ने अपनी तरफ नापजोख नहीं होने से राहत की सास ली।
कलेक्टर लेंंगे निर्णय-भारद्वाज
कोरबा तहसीलदार तुलाराम भारद्वाज ने बताया कि एक शिकायत के परिप्रेक्ष्य में कलेक्टर के निर्देश पर रेलवे और शासकीय भूमि की नाम की गई है। 23 मार्च तक उक्त सीमांकन और स्थल जांच की रिपोर्ट कलेक्टर को सौंप दी जाएगी जिस पर कलेक्टर के निर्देशानुसार आगे की कार्यवाही की जाएगी।


