प्रशासन ने अलगाववादियों के प्रदर्शन के मद्देनजर लगाया प्रतिबंध
जम्मू एवं कश्मीर में अलगाववादियों द्वारा जुमे की नमाज के बाद प्रदर्शन करने के ऐलान के बाद प्रशासन ने यहां के कुछ क्षेत्रों में प्रतिबंध लगा दिए
श्रीनगगर। जम्मू एवं कश्मीर में अलगाववादियों द्वारा जुमे की नमाज के बाद प्रदर्शन करने के ऐलान के बाद प्रशासन ने यहां के कुछ क्षेत्रों में प्रतिबंध लगा दिए। एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने बताया, "खानयार, नौहट्टा, एम.आर.गंज, सफकदल और मैसूमा पुलिस थानों के तहत आने वाले क्षेत्रों में कानून एवं व्यवस्था बनाने के लिए धारा 144 के तहत प्रतिबंध लगाया गया है।"
धारा 144 लगने की वजह से अब एक स्थाान पर पांच से अधिक लोग एकसाथ खड़े नहीं हो सकते। अलगाववादियों ने गुरुवार को पुलवामा जिले के काकापोरा में सुरक्षाबलों की गोलीबारी में नागरिक तोसीफ अहमद वानी (22) के मारे जाने के विरोध में शुक्रवार को नमाज के बाद प्रदर्शन करने का आह्वान किया था।
वानी की उस दौरान मौत हो गई थी, जब क्षेत्र में सुरक्षाबलों द्वारा लश्कर-ए-तैयबा के तीन आतंकवादियों को मार गिराए जाने के बाद उग्र भीड़ ने काकापोरा पुलिस थाने पर हमला कर दिया था।
रमजान महीने का आखिरी शुक्रवार होने की वजह से आज घाटी की कई मस्जिदों में बड़ी सख्या में लोगों के पहुंचने की उम्मीद है। श्रीनगर के नौहट्टा क्षेत्र में गुरुवार रात को जामिया मस्जिद के बाहर वरिष्ठ पुलिस उपाधीक्षक मोहम्मद अयूब पंडित की उग्र भीड़ ने पीट-पीटकर हत्या कर दी थी।
अधिकारी जामिया मस्जिद के बाहर ड्यूटी पर थे, जिस दौरान उग्र भीड़ ने उन पर हमला कर लिया। उन्होंने अपने बचाव में गोलियां चलाई, जिसमें तीन लोग घायल हो गए।
पुलिस के मुताबिक, भीड़ ने पुलिस अधिकारी को जकड़ लिया और पीट-पीटकर उसकी हत्या कर दी। जिस वक्त, श्रीनगर की सबसे बड़ी मस्जिद में सैकड़ों लोग नमाज अदा करने में व्यस्त थे, ठीक उसी समय अराजक तत्वों ने अयूब पंडित पर हमला कर दिया। रिपोर्टों के मुताबिक, बड़ी संख्या में भीड़ के धावा बोलने से पंडित के सुरक्षाकर्मी मौके से भाग खड़े हुए।


