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बिल्डरों पर दर्ज हुए मुकदमे दिखावा या होगी कार्यवाही : नेफोमा

शनिवार को छह बिल्डरों के खिलाफ जपनद के विभिन्न थानों में दर्ज हुए मुकदमों पर नेफोमा ने सवालिया निशान लगाया है

बिल्डरों पर दर्ज हुए मुकदमे दिखावा या होगी कार्यवाही : नेफोमा
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नोएडा। शनिवार को छह बिल्डरों के खिलाफ जपनद के विभिन्न थानों में दर्ज हुए मुकदमों पर नेफोमा ने सवालिया निशान लगाया है। नेफोमा ने स्पष्ट कहा कि पहले मंत्रियों की समिति ने कहा था कि अगर बिल्डरों को जेल भेज देंगे तो आपको फ्लैट कौन देगा, यही बात एसएसपी ने की थी कि बिल्डरों पर 420 का केस नही बनता। यह मामला उपभोक्ता फोरम का है। ऐसे में थानों में दर्ज किए मुकदमे सिर्फ दिखावा है। यह बात नोफोमा ने पत्र के माध्यम से मुख्यमंत्री से पूछी है।

गौरतलब है कि शनिवार को शहर के विभिन्न थानों में छह बिल्डरों के खिलाफ मुकदमें दर्ज किए गए। बिल्डरों पर जालसाजी की धाराओं में मुकदमा दर्ज किया गया। इसके लिए करीब 250 से ज्यादा निवेशक थानों में शिकायत की थी। जिसके बाद यह एक्शन लिया गया। नेफोमा ने इस तरह की कार्यवाही पर सवालिया निशान लगाया। नेफोमा के अध्यक्ष अनु खान ने कहा कि एसएसपी ने बताया कि यह मामले उपभोक्ता फोरम के है। ऐसे में जो एफआईआर पहले कोर्ट द्वारा भी की गई उन पर आजतक कार्यवाही नहीं हुई, क्या सच में कार्यवाही होगी, या सिर्फ एफआईआर दिखावा है।

अनु खान ने कहा कि तीन दिन तक बैठक चली परिणाम क्या निकला या बॉयर्स को फायदा होगा या नही किसी बॉयर्स को समझ नही आया। इसमें बिल्डरों को जरूर फायदा होगा। पहले भी जीरो पीरियड और एफएआर का लाभ बिल्डरों को दिया गया। दो साल का समय और पाकर बिल्डरों की तो खुशी का ठिकाना नहीं है। बॉयर्स तो वही का वही रोड पर है बैंक की ईएमआई और घर का किराया तो देना ही है। पत्र के माध्यम से नेफोमा ने समिति के मंत्री से गुहार लगाई कि अगर फायदा देना ही था तो बॉयर्स को तो सर्वप्रथम बैंक की ईएमआई रुकवाए जिसके बोझ से बॉयर्स दवा जा रहा है। घर हर इंसान का सपना होता हैए हर सरकार ने उस आम आदमी के सपनो को तहस नहस कर दिया।


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