सदन की ‘उमस’ को ‘आंधी’ में तब्दील होने से रोकना उपलब्धि: दीक्षित
उत्तर प्रदेश विधानसभा के अध्यक्ष के तौर पर पहली बार चुने गये हृदय नारायण दीक्षित सदन में एकाध बार आयी ‘उमस’ को ‘आंधी’ में तब्दील होने से रोक पाने में सफल रहने को अपनी बडी उपलब्धि मानते हैं
लखनऊ। उत्तर प्रदेश विधानसभा के अध्यक्ष के तौर पर पहली बार चुने गये हृदय नारायण दीक्षित सदन में एकाध बार आयी ‘उमस’ को ‘आंधी’ में तब्दील होने से रोक पाने में सफल रहने को अपनी बडी उपलब्धि मानते हैं।
दीक्षित संसदीय परम्पराओं के जानकार माने जाते हैं, लेकिन 17वीं विधानसभा अध्यक्ष के रुप में उनका अनुभव डेढ- दो महीने पुराना ही है।विधानसभा अध्यक्ष के अल्पकालीन अनुभव में सदन का पहला सत्र शांतिपूर्वक सम्पन्न हो जाने को वह विधायकों को धन्यवाद देने के साथ ही इसे अपनी उपलब्धि भी मानते हैं।
उन्होंने ‘यूनीवार्ता’ से एक खास भेंट में कहा, “एकाध बार तो सदन में सदस्यों की गहमागहमी से ‘उमस’ तो आयी लेकिन मैने सत्तापक्ष अौर विपक्षी सदस्यों के सहयोग से उसे ‘आंधी’ में तब्दील होने से रोकने में सफलता पा ली।
” उन्होंने अपने इस पहले अनुभव को बहुत ही अच्छा बताया और कहा कि शुरुआती समय में उन्हें डर लगा था, लेकिन दो दिन में ही सदस्यों के सहयोग ने उन्हें आत्मविश्वास से लबरेज कर दिया।


