संविदा नर्सों पर लगा अवैध वसूली का आरोप
मुरादनगर स्थित सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के चिकित्सा अधीक्षक ने स्थाई व संविदा नर्सों पर अवैध वसूली का आरोप लगाया है

गाजियाबाद। मुरादनगर स्थित सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के चिकित्सा अधीक्षक ने स्थाई व संविदा नर्सों पर अवैध वसूली का आरोप लगाया है। अधीक्षक ने सीएमओ से इस मामले को गंभीरता से लेते हुए इस पर कार्रवाई करने की मांग की है। सीएमओ की ओर से इस मामले की जांच शुरू कर दी गई है।
मुरादनगर स्थित सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के चिकित्सा अधीक्षक डॉ. सूर्यान्शु ओझा ने सीएमओ को लिखे पत्र में बताया है कि उनके केंद्र पर तैनात स्थाई और संविदा नर्स प्रसव कराने के लिए गर्भवती महिला व उनके तीमारदारों से पांच सौ से लेकर दो हजार रुपये तक वसूल रही हैं। इससे स्वास्थ्य केंद्र का नाम बदनाम हो रहा है। उन्हें यह हकीकत तब पता चली जब मुरादनगर के लोगों ने उनसे इसकी शिकायत की। मुरादनगर के लोगों की ओर से अब रोजाना ऐसी शिकायतें आ रही हैं।
लोगों को धमकाती भी हैं नर्स
पत्र में उन्होंने इस बात का भी जिक्र किया है कि शिकायत करने वालों से जब उन्होंने गहराई से पूछताछ की तो उन्होंने बताया कि नर्स न केवल उनसे मोटी रकम की मांग करती हैं बल्कि न देने पर प्रसव न कराने की धमकी भी देती हैं। इसकी शिकायत मरीज व तीमारदार वॉर्ड में नर्सों के डर के कारण नहीं करते। इन दिनों इस केंद्र पर सबसे ज्यादा शिकायतें नर्सों की अवैध वसूली की ही आ रही हैं।
सभी को भ्रष्ट बताकर कार्रवाई की मांग की
चिकित्सा अधीक्षक ने स्थाई व संविदा सभी नर्सों को भ्रष्ट बताते हुए सीएमओ से सभी नर्सों पर सख्त कार्रवाई करने की मांग की है। उन्होंने सीएमओ से मांग की है कि अगर इन पर कार्रवाई नहीं की गई तो इस केंद्र का नाम इस क्षेत्र में खराब हो जाएगा और लोग यहां पर प्रसव व इलाज के लिए नहीं आएंगे।
सीएमओ डॉ. एनके गुप्ता ने बताया कि इस मामले को गंभीरता से लिया गया है। ऐसा पहली बार हुआ है जब किसी सामुदायिक केंद्र के चिकित्सा अधीक्षक ने अपने स्टाफ पर ऐसे संगीन आरोप लगाए हों। इस मामले की जांच की जा रही है। दोषियों पर सख्त कार्रवाई की जाएगी।


