पीडब्लूडी पर अपने नालों की सफाई नहीं कराने का आरोप
अगर पीडब्लूडी ने मानसून से पहले राजधानी के तमाम बड़े नालों की सफाई नहीं कराई तो बरसाती पानी एक बार फिर दिल्ली को जलमग्न कर सकता है

नई दिल्ली, 13 जून (देशबन्धु)।अगर पीडब्लूडी ने मानसून से पहले राजधानी के तमाम बड़े नालों की सफाई नहीं कराई तो बरसाती पानी एक बार फिर दिल्ली को जलमग्न कर सकता है।
उक्त बातें उत्तरी दिल्ली नगर निगम की महापौर प्रीति अग्रवाल ने मंगलवार को सिविक सेंटर में आयोजित प्रेस वार्ता में कहीं।
अपनी बात के समर्थन में उन्होंने कुछ नालों के फोटो भी दिखाए जो ऊपर तक भरे पड़े हैं। इस बाबत बीती दो जून को दिल्ली सरकार के लोकनिर्माण विभाग (पीडब्लूडी) को जानकारी दी गई थी लेकिन, 11 दिन बीतने के बाद भी इन पर काम नहीं किया गया।
महापौर ने बताया कि उत्तरी दिल्ली नगर निगम में कुल 190 नाले हैं और इनकी कुल लंबाई 114 किलोमीटर के लगभग है। निगम ने अपने क्षेत्र में पड़ने वाले तमाम नालों की सफाई और गाद निकालने का काम 90 फीसदी तक पूरा कर लिया है।
मानसून से पहले इन नालों की सफाई करने के लिए निगम ने बड़ा अभियान चला रखा है। जो लगभग पूरा हो चुका है। बाकी दस फीसदी गाद निकालने का काम भी अगले कुछ दिनों में पूरा कर लिया जाएगा। लेकिन पीडब्लूडी अपने नालों में सफाई नहीं करा रहा है।
खासतौर पर ब्रिटैनिया चौक, वजीरपुर औद्योगिक क्षेत्र, आजादपुर, छत्रसाल स्टेडियम और जहांगीरपुरी के जी व ई ब्लाकसमेत 25 स्थानों पर मौजूद बड़े नालों की सफाई नहीं हुई है। जिसके चलते निगम की नालियों से गुजरने वाले पानी को ऑउटफॉल नहीं मिल पा रहा है।
दरअसल, निगम के छोटे नाले आगे जाकर पीडब्लूडी के बड़े नालों में मिल जाते हैं। अगर पीडब्लूडी के बड़े नालों की सफाई नहीं की गई तो पानी उल्टा लौटने लगेगा।
महापौर ने कहा कि पीडब्लूडी द्वारा अपने नालों की सफाई नहीं कराने की शिकायत उप राज्यपाल और मुख्यमंत्री से की जाएगी। साथ ही गंदगी से अटे पड़े नालों की फोटो भी भेजी जाएगी।


