बिरयानी सेंटर हिस्सेदारी के नाम बैंक में खुलवाया खाता, और संचालित करने लगा सटटा, 2 आरोपी गिरफ्तार
राजधानी में पुलिस ने दोस्ती के नाम पर दोस्त को गुमराह कर महादेव एप से ऑनलाइन सटटा संचालित करते दो आरोपीयों गिरफ्तार कर लिया गया हैं

रायपुर। राजधानी में पुलिस ने दोस्ती के नाम पर दोस्त को गुमराह कर महादेव एप से ऑनलाइन सटटा संचालित करते दो आरोपीयों गिरफ्तार कर लिया गया हैं । बताया गया कि शेख कमालुद्दीन ने थाना कोतवाली में रिपोर्ट दर्ज कराया कि दिनांक 6दिसंबर 2021को उसका मित्र आशीष भालेकर जो जायका बिरयानी सेंटर का मालिक है ने उससे मुलाकात की तथा बताया कि वह अपने अन्य 02 साथी नावेद कुरैशी और प्रीतम अग्रवाल के साथ मिलकर अपना जायका बिरयानी सेंटर का अलग.अलग स्थानों में ब्रांच खोल रहा है यदि तुम चाहो तो हमारे पार्टनरशिप में हिस्सेदार बन सकते हो।
आशीष भालकर ने प्रार्थी को पार्टनरशिप के लिये बैंक में खाता खोलवाना होगा कहा जिसके लिये तुम्हारा आधार कार्ड पेन कार्ड व अन्य दस्तावेज की मांग कि जिस पर प्रार्थी ने आशीष भालकर से बचपन से दोस्ति होने के कारण उसके बातों में विश्वास करते हुए अपना आधार कार्ड, पेन कार्ड, पासपोर्ट साईज फोटो साईन किया हुआ ब्लेंक चेक उसे दे दिया।
कुछ महीना पश्चात् फिर प्रार्थी द्वारा एटीएम कार्ड व पासबुक के सबंध मे पुछताछ करने पर आशीष भालकर ने बोला कि हमारे बिरयानी सेंटर का ब्रांच खुलने पर तुम्हें तुम्हारे हिस्से के पैसे खाते में आने लग जायेंगे किन्तु 04 से 05 महिना बाद भी आशीष भालकर द्वारा प्रार्थी को एटीएम कार्ड एवं बैंक पासबुक नही दिया।
जिस पर प्रार्थी ने शंका होने पर बंधन बैंक जाकर जानकारी प्राप्त कि जिस पर उसे ज्ञात हुआ कि उसके बैंधन बैंक के खाते से बहुत पैसों का लेन.देन हुआ है इसी दौरान प्रार्थी को समाचार पत्रों के माध्यम से ज्ञात हुआ कि आशीष भालकर अपने अन्य साथियों के साथ मिलकर महादेव नामक ऑनलाईन क्रिकेट सट्टा का संचालन करता था। जिसने प्रार्थी को जायका बिरयानी सेंटर में पार्टनरशिप का झांसा देकर पैसे कमाने का लालच देते हुए प्रार्थी से महादेव ऑलाईन सट्टा हेतु बैंक खाता खुलवाकर एवं महत्वपूर्ण दस्तावेज प्राप्त कर प्रार्थी के साथ धोखाधड़ी कर फरार हो गया। जिस पर आरोपियों के विरूद्ध धारा 420ए 34 भादवि का अपराध पंजीबद्ध किया गया।
घटना को गंभीरता से लेते हुए एण्टी क्राईम एण्ड साईबर यूनिट तथा थाना प्रभारी कोतवाली को आरोपियों की पतासाजी कर जल्द से जल्द गिरफ्तार करने हेतु निर्देशित किया गया। टीम के सदस्यों द्वारा प्रार्थी के बैंक खाता का सम्पूर्ण लेन.देन विवरण प्राप्त किया गया साथ ही प्रार्थी के बैंक खाते से जिन बैंक खातों में रकम का लेन.देन किया गया था उन खातों के संबंध में भी संबंधित बैंकों से दस्तावेज व जानकारी प्राप्त किया गया।
तकनीकी साक्ष्य व प्राप्त सूचना के आधार पर एसीसीयू की विशेष टीम दिल्ली रवाना की गई थी जो टीम के द्वारा वहॉ पहुॅचकर आरोपियों का पतासाजी कर प्रकरण में संलिप्त मुख्य आरोपी आशीष भालकर एवं नावेद कुरैशी को हिरासत में लिया गया। आरोपियों से पूछताछ किये जाने पर उनके द्वारा अपराध स्वीकार किया गया जिससे उक्त दोनों आरोपियों को गिरफतार कर न्यायिक रिमाण्ड पर जेल भेज दिया गया है।
घटना के संबंध में आरोपियों से कड़ाई से पूछताछ करने पर उनके द्वारा आधा दर्जन से अधिक बैंक खातों का संचालन कर महोदव ऑनलाईन सट्टा एप को संचालित किया जाना तथा महादेव ऑनलाईन सट्टा एप के लेन.देन हेतु उक्त धोखाधडी की घटना को कारित करना स्वीकार किया गया।
प्रकरण में संलिप्त अन्य आरोपी प्रीतम अग्रवाल फरार है जिसकी पतासाजी कर गिरफ्तार करने के हर संभव प्रयास किये जा रहे है। दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर उनके कब्जे से 08 नग मोबाईल फोन तथा उनके द्वारा बताये गये 08 बैंक खातो में लगभग 04 लाख रूपये की रकम को होल्ड कराते हुए आरोपियों के विरूद्ध कार्यवाही की गई।


