एनआईईटी एवं सीजीसी-आरहूस यूनिवर्सिटी डेनमार्क के बीच हुआ शैक्षणिक समझौता
शोध तथा विद्यार्थी एवं शिक्षक के आवागमन से मिलेगा नया आयाम

ग्रेटर नोएडा। नोएडा इंस्टीट्यूट ऑफ इंजीनियरिंग एंड टेक्नोलॉजी (एनआईईटी) ने सीजीसी, आरहहुस यूनिवर्सिटी, हर्निंग, डेनमार्क के साथ फ्रेडी स्वेन, रॉयल डेनिश राजदूत की उपस्थिति में समझौता हुआ।
समझौता ज्ञापन पर प्रो. रामजी प्रसाद, अध्यक्ष-सीजीसीए-आरहस विश्वविद्यालय, हर्निंग, डेनमार्क और रमन बत्रा-एग्जीक्यूटिव वाइस प्रेसिडेंट-एनआईईटी ने हस्ताक्षर किया।
फ्रेडी स्वेन रॉयल डेनिश दूतावास में राजदूत फ्रेडी स्वेन ने प्रसन्नता व्यक्त की और दोनों देशों में शिक्षा क्षेत्र को बदलने में भारत-डेनिश सहयोग के महत्व पर प्रकाश डाला। दोनों देश युवा पीढ़ी के बेहतर भविष्य को आकार देने के लिए कौशल और संभावनाएं विकसित करेंगे।
उन्होंने पेटेंट और शोध प्रकाशनों को बढ़ाने के लिए सहयोगात्मक कार्य पर भी जोर दिया।
सीजीसी आरहूस विश्वविद्यालय के अध्यक्ष प्रो. रामजी प्रसाद, सीजीसी, आरहूस विश्वविद्यालय और एनआईईटी ग्रेटर नोएडा के बीच सहयोग के लिए प्रसन्नता व्यक्त की। उन्होंने एनआईईटी की कार्य संस्कृति की सराहना की।
उन्होंने कहा कि यह साझेदारी अपने-अपने शिक्षण संस्थानों के छात्रों के लाभ के लिए पारस्परिक रूप से कार्यक्रम स्थापित करने में एक लंबा सफर तय करेगी। उन्होंने आश्वासन दिया कि हम विभिन्न क्षेत्रों में आगे काम करना जारी रखेंगे, जिन पर स्टार्ट-अप और इसके व्यावसायीकरण सहित परस्पर सहमति होगी। रमन बत्रा, एनआईईटी-एग्जीक्यूटिव वाइस प्रेसिडेंट-एनआईईटी ने इस एमओयू के साइन किए जाने पर प्रसन्नता व्यक्त की।
उन्होंने कहा कि दोनों संस्थानों के बीच एमओयू से सभी विषयों के छात्रों और शिक्षकों के लिए शैक्षणिक लाभ और उत्साहजनक बातचीत का अवसर मिलेगा। उन्होंने यह भी कहा कि एनआईईटी ने पहले ही स्टूडेंट एवं फैकल्टी एक्स्चेंज प्रोग्राम के लिए इस साल की शुरुआत में अजमान विश्वविद्यालय, दुबई के साथ एक समझौते पर हस्ताक्षर किए और पारस्परिक रूप से सहमति के अनुसार संयुक्त कार्यक्रमों का आयोजन किया।
बत्रा ने आश्वासन दिया कि यह सिर्फ शुरुआत है और भारत-डेनिश सहयोग हमारे संबंध को और गहरा और मजबूत बनाने में काफी मदद करेगा। इस अवसर पर एनआईईटी के निदेशक डॉ. विनोद एम कापसे, महानिदेशक प्रवीण सोनेजा, डॉ. प्रवीण पचौरी, डॉ. कुमुद सक्सेना, डॉ. हितेश सिंह, डॉ. विवेक कुमार तथा अन्य विभागाध्यक्ष आदि उपस्थित रहे।


