सरपंच-सचिव अनुपस्थित,ग्रामसभा में हंगामा
रायगढ़ जिले के पुसौर ब्लाक के ग्राम छिछोर उमरिया में गांव की समस्या को लेकर बुलाई गई
रायगढ़। रायगढ़ जिले के पुसौर ब्लाक के ग्राम छिछोर उमरिया में गांव की समस्या को लेकर बुलाई गई ग्रामसभा में पंच व सरपंच के अलावा अन्य जनप्रतिनिधियों की उपस्थित नही होनें का लेकर उपस्थित ग्रामीणों ने हंगामा मचाया और इस मामले में लापरवाही बरतने वाले अधिकारियों को भी खरी खोटी सुनाई।
छिछोर उमरिया में लंबे समय से वहां के लोग छोटी मोटी समस्या के अलावा गांव में ओडीएफ, सड़क, बिजली,पानी तथा मनरेगा के कार्य में भ्रष्टाचार पंचायत में पहल शुरू करने के लिए ग्रामसभा में पहुंचे थे और बुलाई गई ग्रामसभा से न तो सरपंच मौजूद था और न ही उप सरपंच इतना ही नही अधिकांश पंच भी नदारद होनें से बुलाई गई थी।
नाराज ग्रामीणों के बुलावे पर भी गांव की महिला सरपंच गुरूबारी सिदार ग्रामसभा में नही पहुंची इस दौरान ग्रामीण और भड़क उठे इस पर महिला सरपंच पति रूपराम सिदार मौके पर पहुंचकर बोला कि भले ही इस्तीफा दे देगी मेरी पत्नी ग्राम सभा स्थल में नही आएगी। जिसके चलते नाराज ग्रामीणों गणेश गुप्ता, सुषमा बाई, संजुगता गुप्ता ने आरोप लगाया कि ऐसे मामलों में चुने गए सरपंच तथा अन्य जनप्रतिनिधी जान बुझकर नदारद रहते है।
नाराज ग्रामीणों का यह भी आरोप है कि ग्राम के सचिव ने भी जबरन इस ग्रामसभा में अपनी रूचि नही दिखाई जिससे यहां पहुंचे ग्रामीणों ने अपनी समस्याओं को सुनाने का मौका तक नही मिला और ऐसे में कैसे उनका गांव विकास के क्षेत्र में आगे बढ़ेगा। उल्लेखनीय रहे कि इस ग्राम पंचायत के ग्रामीण उपरोक्त समस्याओं और सरपंच सचिव की मनमानी को लेकर पहले भी कलेक्टर के पास लिखित शिकायत कर चुकें है लेकिन इस मामले में अब तक कोई वांछित कार्रवाई नही हो सकी है।
नहीं होती है मानिटरिंग
ग्रामीण क्षेत्र में विकास कार्य के लिए शासन लाखों रुपए खर्च करती है, लेकिन क्षेत्र के जनप्रतिनिधियों के द्वारा लापरवाही बरतने में कोई कमी नहीं करते हैं। इसके बाद भी प्रशासनिक अधिकारियों के द्वारा कभी आकस्मिक रूप से मानिटरिंग नहीं नहीं किया जाता है। इससे ग्रामीण क्षेत्र में सरपंच व सचिव अपनी मनमानी कर रहे हैं।


