Top
Begin typing your search above and press return to search.

20 अगस्त से ऑटो संवाद अभियान की शुरुआत करेगी 'आप'

दिल्ली के ऑटो चालक सीएम अरविंद केजरीवाल के काम को पूरी दिल्ली में जनता तक पहुंचाएंगे। इसके लिए ऑटो चालक सीएम केजरीवाल के प्रतिनिधि बनेंगे और पूरी दिल्ली के ऑटो स्टैंड पर रोजाना 'ऑटो संवाद अभियान' चलाकर लोगों से बात करेंगे

20 अगस्त से ऑटो संवाद अभियान की शुरुआत करेगी आप
X

नई दिल्ली। दिल्ली के ऑटो चालक सीएम अरविंद केजरीवाल के काम को पूरी दिल्ली में जनता तक पहुंचाएंगे। इसके लिए ऑटो चालक सीएम केजरीवाल के प्रतिनिधि बनेंगे और पूरी दिल्ली के ऑटो स्टैंड पर रोजाना 'ऑटो संवाद अभियान' चलाकर लोगों से बात करेंगे। शनिवार को आम आदमी पार्टी कार्यालय पर आयोजित ऑटो विंग के प्रदेश स्तरीय सम्मेलन के दौरान प्रदेश संयोजक एवं कैबिनेट मंत्री गोपाल राय ने ऑटो संवाद अभियान चलाने का ऐलान किया। 20 अगस्त से शुरू हो रहे इस अभियान का संचालक एक 14 सदस्यीय कमेटी करेगी।

इस दौरान गोपाल राय ने जेल से सीएम अरविंद केजरीवाल के भेजे संदेश को ऑटो चालकों तक पहुंचाया और कहा कि अरविंद केजरीवाल को जेल में भी आपकी बड़ी चिंता है। भाजपा ने दिल्ली का काम रोकने और दिल्लीवालों को परेशान करने के लिए उनको जेल में डाला है, लेकिन वह आपका एक भी काम रुकने नहीं देंगे। इस बार का चुनाव केजरीवाल सरकार के काम बंद करने और जारी रखने के मुद्दे पर होगा। अगर आप चुनाव में चुप बैठ गए तो केजरीवाल सरकार चली जाएगी और आपको मुफ्त मिल रही बिजली-पानी, स्कूल-अस्पताल की दोगुनी कीमत वसूली जाएगी।

आम आदमी पार्टी द्वारा ऑटो संवाद अभियान चलाने के लिए गठित 14 सदस्यीय कमेटी में प्रभारी गौरव सिंह, अध्यक्ष हैदर अली, उपाध्यक्ष सोनू गुप्ता, रमेश कुमार, जावेद खान, प्रवक्ता उमेश यादव, उपाध्यक्ष अरशद प्रधान, लोकसभा अध्यक्ष वीरपाल, अनिल जैन, मुन्ना, नवनीत, वाइस प्रेसिडेंट पालम राजपाल, ईशा बाबा, जिलाध्यक्ष नजफगढ़ रविंद्र शामिल हैं।

आम आदमी पार्टी कार्यालय में आयोजित ऑटो विंग प्रदेश पदाधिकारी की बैठक में पूरी दिल्ली से आए ऑटो चालकों को संबोधित करते हुए गोपाल राय ने कहा, "मैंने तीन दिन पहले तिहाड़ जेल जाकर सीएम अरविंद केजरीवाल से मुलाकात की थी। उन्होंने सबसे पहले मुझसे पूछा कि मेरे जेल जाने के बाद से क्या अधिकारी ऑटो चालकों को परेशान तो नहीं कर रहे हैं? जब मुख्यमंत्री बाहर थे, तब भी परिवार की तरह दिल्ली के ऑटो चालकों की चिंता करते थे। लेकिन आज जेल में होने के बावजूद आज भी उनके दिल में केवल एक ही चिंता है कि कहीं मेरे अंदर आने के बाद बाहर ऑटो चालकों को परेशान तो नहीं किया जा रहा है। उन्होंने मुझसे दिल्ली के ऑटो चालकों की समस्याओं के बारे में पूछा। आज भले ही चारों तरफ से आम आदमी पार्टी को घेरने का प्रयास चल रहा है, लेकिन ऑटो चालकों को कोई समस्या नहीं होनी चाहिए। मैंने उनको बताया कि कुछ दिनों पहले परिवहन मंत्री कैलाश गहलोत ने ऑटो चालकों के प्रतिनिधियों के साथ बैठक की। दिल्ली सरकार की तरफ से जो भी हो सकता है उसके लिए परिवहन मंत्री काम कर रहे हैं।"

गोपाल राय ने कहा कि इस समय हम सभी दिल्ली के हालात जानते हैं। ऐसा नहीं है कि दिल्ली में पहली बार आम आदमी पार्टी की सरकार बनी है। सबसे पहले दिल्ली वालों ने दिल्ली में भाजपा की सरकार बनाई। मदन लाल खुराना, साहब सिंह वर्मा और सुषमा स्वराज, दिल्ली के तीन मुख्यमंत्री रहे। पांच साल में भाजपा के तीन मुख्यमंत्री बदले गए। इसके बाद दिल्ली के लोगों ने कांग्रेस पार्टी की सरकार बनाई। एक ही पार्टी की तीन बार सरकार बनी। लेकिन जब अरविंद केजरीवाल ने आम आदमी पार्टी बनाई, तो पूरी दिल्ली में हमारे ऑटो चालक भाईयों को सम्मान मिलने लगा। लोग जानने लगे कि ऑटो चालकों की भी कोई इज्जत होती है, उनकी भी मर्यादा होती है। पहले कोई भी कुछ भी बोल कर चला जाता था, पुलिस वाले कभी भी उठाकर जेल में डाल देते थे। कोई ऑटो चालकों की सुनने वाला नहीं था। सभी पार्टियों की सरकार बनी, लेकिन अरविंद केजरीवाल के नेतृत्व में आम आदमी पार्टी सरकार ने ऑटो चालकों का जो सम्मान किया है, इससे पहले वो सम्मान किसी पार्टी ने नहीं दिलाया और आगे भी कोई नहीं दिला सकता है।

गोपाल राय ने कहा कि देश के हर राज्य में ऑटो वाले रहते हैं। देश के अलग-अलग राज्यों में सालों से कई पार्टियों की सरकार बन रही हैं। लेकिन किसी ने ऑटो चालकों के लिए कुछ नहीं किया। जब आप उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, गुजरात, हरियाणा और दिल्ली के ऑटो चालकों के लिए उनकी सरकार द्वारा किए गए कामों की तुलना करते हैं तब पता चलता है कि केजरीवाल सरकार ने ऑटो वालों के लिए क्या काम किया है। विपरीत परिस्थितियों के बावजूद भी अरविंद केजरीवाल ने देश के बाकी सभी राज्यों के बराबर अकेले दिल्ली के ऑटो चालकों के लिए काम किया है। हमारी सरकार के कामों को रोकने के लिए ही इन्होंने भ्रष्टाचार की झूठी कहानी बनाकर सत्येंद्र जैन, मनीष सिसोदिया, संजय सिंह और खुद मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को जेल में डाल दिया।

गोपाल राय ने कहा कि 17 महीने बाद मनीष सिसोदिया जेल से बाहर आए हैं। भाजपा और उनकी जांच एजेंसियों ने 17 महीनों तक सिसोदिया के घर, दफ्तर, बैंक, गांव से लेकर सभी रिश्तेदारों की खाक छानी, लेकिन हजारों छापे मारने के बाद भी उन्हें कुछ नहीं मिला। भाजपा वाले कहते थे कि अगर कुछ किया नहीं है तो बेल क्यों नहीं मिलती है, आज बेल भी हो गई। मनीष सिसोदिया बाहर आ चुके हैं, अब जल्द ही अरविंद केजरीवाल भी बाहर आने वाले हैं। सत्य परेशान हो सकता है, लेकिन पराजित नहीं हो सकता है। दिल्ली के अंदर चारों तरफ लोगों को गुमराह करने की कोशिश हो रही है, लोगों को डराने और धमकाने की कोशिश हो रही है। कई पुलिस वाले ऑटो चालकों से कहते हैं कि बहुत उछलता है, अब तेरा मुख्यमंत्री जेल में चला गया है। लेकिन अब ये बहुत दिन चलने वाला नहीं है। मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को ईडी के ट्रायल कोर्ट से लेकर सुप्रीम कोर्ट ने जमानत दे दी थी, लेकिन भाजपा वालों ने फिर नया षड्यंत्र करके सीबीआई का फर्जी केस बनवा दिया, ताकि वह जेल से बाहर न आ सकें। लेकिन यह ऊपर वाले का दरबार है, यहां देर हो सकती है, अंधेर नहीं हो सकती।


Next Story

Related Stories

All Rights Reserved. Copyright @2019
Share it