पेट्रोल-डीजल के दामों पर आप पार्षदों, विधायकों ने किया विरोध प्रदर्शन
तेल के दामों में हो रही बेतहाशा बढ़ोतरी के खिलाफ आम आदमी पार्टी ने भी आज पेट्रोलियम मंत्रालय के कार्यालय शास्त्री भवन पहुंच कर विरोध दर्ज करवाया

नई दिल्ली। तेल के दामों में हो रही बेतहाशा बढ़ोतरी के खिलाफ आम आदमी पार्टी ने भी आज पेट्रोलियम मंत्रालय के कार्यालय शास्त्री भवन पहुंच कर विरोध दर्ज करवाया। पार्टी के विधायकों व पार्षदों ने बढ़ती तेल की कीमतों के खिलाफ अपना रोष व्यक्त किया और तेल की कीमतों पर अंकुश लगाने की मांग की। विरोध जताते हुए पार्षदों ने हाथ में बैनर लिए हुए थे और साथ ही अपने शरीर पर भी बैनर लटका रखे थे जिसमें मोदी सरकार की असफलता से जुड़़े स्लोगन और तेल के बढ़ते दाम की वजह से देश की जनता को हो रही दिक्कतों को बताया।
पार्षदों का यह दल ज्ञापन लेकर पार्टी कार्यालय से चलकर प्रदर्शन करते हुए शास्त्री भवन स्थित पेट्रोलियम मंत्रालय के कार्यालय पर पहुंचा। पेट्रोलियम मंत्रालय पहुंचे पार्टी के पार्षदों समेत कुछ कार्यकर्ताओं को पुलिस ने हिरासत में भी लिया था जिन्हें बाद छोड़ दिया गया। आम आदमी पार्टी के पार्षदों के दल का नेतृत्व आम आदमी पार्टी के विधायक और नगर निगम समन्वयक संजीव झा एंव जरनैल सिंह ने किया साथ ही पूर्वी दिल्ली नगर निगम में नेता विपक्ष और आम आदमी पार्टी के पार्षद अब्दुल रहमान और उत्तरी दिल्ली नगर निगम में नेता विपक्ष और आप पार्षद राकेश कुमार आदि मौजूद थे। बुराड़ी से विधायक, उत्तरी नगर निगम में पार्टी समन्वयक संजीव झा ने कहा कि जब अंतर्राष्ट्रीय बाजार में कच्चा तेल सस्ता है तो भारत में पेट्रोल, डीजल महंगा क्यों मिल रहा है।
उन्होंने कहा कि जब अंतर्राष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल का दाम जब तीन साल पहले 100 डॉलर प्रति बैरल से उपर थे तो तब भी पेट्रोल 70 से 80 रुपए के बीच में था और अब जब कच्चे के दाम 54 डॉलर पर आ गए हैं तो आज भी भारत में पेट्रोल के दाम 70 से80 रुपए हैं। उन्होंने सवाल किया किआखिर तेल कम्पनियों को 56 फीसदी मुनाफ ा क्यों दिया जा रहा है। पार्टी के विधायक व दक्षिणी दिल्ली निगम के समन्वयक जरनैल सिंह ने कहा कि ष्भाजपा सरकार ने महंगाई बढ़ाकर और अब पेट्रोल.डीज़ल के दाम भी आसमान पर ले जाकर देश के आम आदमी की कमर तोड़ कर रख दी है। पार्टी के प्रदेश संयोजक गोपाल राय से इन पार्षदों से मुलाकात की।
बता दें कि भाजपा आप की राज्य सरकार से मांग कर रही है कि वह वैट की दरें कम करे।


