आप ने निर्वाचन आयोग के सामने दिल्ली पुलिस के खिलाफ किया प्रदर्शन
दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया, सांसद संजय सिंह और आप के कई विधायकों ने शुक्रवार को दिल्ली पुलिस के 'जुल्मों' की भर्त्सना करने के लिए मुख्य निर्वाचन आयुक्त के कार्यालय के बाहर प्रदर्शन किया

नई दिल्ली। दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया, सांसद संजय सिंह और आम आदमी पार्टी (आप) के कई विधायकों ने शुक्रवार को दिल्ली पुलिस के 'जुल्मों' की भर्त्सना करने के लिए मुख्य निर्वाचन आयुक्त के कार्यालय के बाहर प्रदर्शन किया। सिसोदिया और संजय सिंह के नेतृत्व में आप के प्रतिनिधिमंडल ने मुख्य निर्वाचन आयुक्त सुनील अरोड़ा से मुलाकात कर कहा कि पुलिस उनकी पार्टी द्वारा किराए पर लिए गए कॉल सेंटर के कर्मचारियों को प्रताड़ित कर रही है। इसके बाद वे धरना पर बैठ गए।
कॉल सेंटर के खिलाफ पुलिस की छापेमारी कथित रूप से जारी रही। अरोड़ा से मुलाकात के बाद सिसोदिया भी धरनास्थल पर लौट आए और ट्वीट किया कि वह अरोड़ा के दफ्तर के आगे तब तक खड़े रहेंगे, जब तक वह फिर आकर उनसे नहीं मिलते।
सिसोदिया के धरने में आप के दक्षिणी दिल्ली से लोकसभा उम्मीदवार राघव चड्ढा और पूर्वी दिल्ली से प्रत्याशी आतिशी मारलेना भी शामिल हुए।
आतिशी ने ट्वीट किया, "मुख्य निर्वाचन आयुक्त जब तक आकर नहीं मिलते तब तक सिसोदिया, सिंह, चड्ढा, मैं और कई विधायक निर्वाचन आयोग के बाहर इंतजार कर रहे हैं! यह मुख्य निर्वाचन आयुक्त की जिम्मेदारी है कि वह स्वतंत्र एवं निष्पक्ष चुनाव सुनिश्चित करें और हमारे कॉल सेंटरों को धमकाने वाली भाजपा की 'दिल्ली पुलिस' का साथ न दें।"
मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने एक ट्वीट कर अन्य विधायकों से प्रदर्शन में शामिल होने को कहा। उन्होंने भी दिल्ली पुलिस की आलोचना की।
केजरीवाल ने कहा, "पुलिस ने बिना किसी सर्च वारंट के छापेमारी की। जबरन सर्वर रूमों में घुस रही है और सभी कॉल सेंटर एजेंटों से पूछताछ कर रही है। ये क्या हो रहा है? वहां क्या अपराध हो रहा है?"
उन्होंने कहा, "पुलिस दूसरे कॉल सेंटर पहुंच गई। सर्वर का ब्योरा और हमारे डेटा के बारे में पूछ रही है।"


