राष्ट्रपति के पास जाएंगे आप के विधायक : सिसोदिया
श्री सिसोदिया ने आज यहां संवाददाताओं से कहा ‘हमने राष्ट्रपति से मिलने का समय मांगा है। हमारे विधायक राष्ट्रपति को बताएंगे कि उन्हें अपना पक्ष रखने का मौका नहीं दिया गया

नई दिल्ली। लाभ के पद मामले में आम आदमी पार्टी के 20 विधायकों को अयोग्य ठहराने की चुनाव आयोग की सिफारिश पर दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने आज तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा कि चुनाव आयोग ने पक्षपात किया है उसके इस फैसले के खिलाफ आप विधायक राष्ट्रपति से मिलेंगे।
श्री सिसोदिया ने आज यहां संवाददाताओं से कहा ‘हमने राष्ट्रपति से मिलने का समय मांगा है। हमारे विधायक राष्ट्रपति को बताएंगे कि उन्हें अपना पक्ष रखने का मौका नहीं दिया गया। ऐसे में अगर उन्हें अयोग्य ठहराने की सिफारिश की गयी है तो यह असंवैधानिक है।'
उन्होंने कहा कि आप के जिन विधायकों काे संसदीय सचिव बनाया गया था उन्हें एक रूपया भी नहीं दिया गया और न ही कोई सुविधा दी गयी जबकि भाजपा और कांग्रेस के शासन वाले 20 राज्यों में विधायकों को संसदीय सचिव बनाया गया है और उन्हें तमाम तरह की सुविधाएं और वेतन भी दिया गया है। ऐसे में आप के विधायकों को अयोग्य घेाषित किया जाना पूरी तरह अनुचित है।
श्री सिसोदिया ने पूरे मामले को भारतीय जनता पार्टी के इशारे पर रचे जाने का आरोप लगाया और कहा कि भाजपा चौथे गियर में चल रही दिल्ली सरकार के विकास कार्यों से घबरा गयी है। आप ने दिल्ली में आम आदमी के लिए पानी,बिजली,स्वास्थ्य और शिक्षा जैसे बुनियादी क्षेत्रों में तेजी से काम किया है।
भाजपा इसमें बाधा डालना चाहती है क्योंकि वह जानती है कि अगर यह काम सफल हो गए तो उसकी दुकान बंद हो जाएगी। वह इस तरह के व्यवधान खड़े करके दिल्ली को एक बार फिर से चुनाव में धकेलना चाहती है और लोगों को उलझाए रखना चाहती है।


