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'आप' की की मांग : भाजपा प्रवक्ता को इंडियन टूरिज्म कॉर्पोरेशन के चेयरमैन पद से हटाएं

आम आदमी पार्टी (आप) ने केंद्र सरकार के पर्यटन मंत्री को पत्र लिखकर भाजपा प्रवक्ता संबित पात्रा को इंडियन टूरिज्म कॉर्पोरेशन के चेयरमैन के पद से हटाने की मांग की है

आप की की मांग : भाजपा प्रवक्ता को इंडियन टूरिज्म कॉर्पोरेशन के चेयरमैन पद से हटाएं
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नई दिल्ली। आम आदमी पार्टी (आप) ने केंद्र सरकार के पर्यटन मंत्री को पत्र लिखकर भाजपा प्रवक्ता संबित पात्रा को इंडियन टूरिज्म कॉर्पोरेशन के चेयरमैन के पद से हटाने की मांग की है। आप का कहना है कि इंडियन टूरिज्म कॉर्पोरेशन के चेयरमैन नियुक्त होने के बाद पात्रा 'पब्लिक सर्वेट' की श्रेणी में आते हैं।

नियम के मुताबिक, कोई पब्लिक सर्वेट न किसी पार्टी से जुड़ा हो सकता है और न किसी पार्टी के लिए प्रचार कर सकता है। इसके अलावा, वह न अपने सरकारी पद को किसी भी पार्टी को प्रमोट करने के लिए इस्तेमाल कर सकता है।

आप के मुताबिक, आईटीडीसी चेयरमैन यानी पब्लिक सर्वेट होने के बावजूद संबित पात्रा भारतीय जनता पार्टी के प्रवक्ता के पद पर बने हुए हैं। वह भाजपा के लिए प्रचार, प्रेस कॉन्फेस और टीवी डिबेट्स करते हैं। पार्टी ने केंद्रीय पर्यटन मंत्री जी. किशन रेड्डी और सेंट्रल विजिलेंस कमीशन को पत्र लिखकर शिकायत की है। पत्र में मांग की है कि संबित पात्रा को तुरंत प्रभाव से आईटीडीसी के चेयरमैन पद से हटाया जाए।

आप की विधायक आतिशी ने पार्टी मुख्यालय में कहा, "मैंने केंद्र सरकार के टूरिज्म मिनिस्टर जी. किशन रेड्डी को एक पत्र लिखा है। उस पत्र की कॉपी मैंने सेंट्रल विजिलेंस कमीशन के चेयरमैन सुरेश पटेल को भी भेजी है। मैंने उसमें संबित पात्रा के चेयरपर्सन इंडियन टूरिज्म कॉर्पोरेशन से हटाए जाने की मांग की है।

30 नंवबर 2021 को संबित पात्रा को इंडियन टूरिज्म डेवेलपमेंट कॉर्पोरेशन (आईटीडीसी) का चेयरपर्सन नियुक्त किया गया। आईटीडीसी केंद्र सरकार के तहत आता है और इंडियन टूरिज्म कॉर्पोरेशन के चेयरमैन नियुक्त होने के बाद संबित पात्रा पब्लिक सर्वेट की लीगल डेफिनिशन के तहत आते हैं।"

उन्होंने कहा कि पब्लिक सर्वेट को इंडियन पीनल कोर्ट (आईपीसी) में, प्रिवेंशन ऑफ करप्शन एक्ट में, सेंट्रल सिविल सर्विसेंज (सीसीएस) रूल्स आदि में स्पष्ट तौर पर परिभाषित किया गया है। एक पब्लिक सर्वेट की सबसे महत्वपूर्ण परिभाषा है कि कोई भी पब्लिक सर्वेट किसी भी पॉलिटिकल पार्टी से जुड़ा हुआ नहीं होगा। एक पब्लिक सर्वेट होने के नाते कोई भी व्यक्ति न किसी पार्टी से जुड़ा हो सकता है, न किसी पार्टी के लिए प्रचार कर सकता है, न अपने सरकारी पद को किसी भी पार्टी को प्रमोट करने के लिए यूज कर सकता है। लेकिन संबित पात्रा चेयरमैन आईटीडीसी व पब्लिक सर्वेट होने के बावजूद भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता के पद पर बने हुए हैं।

विधायक आतिशी ने कहा कि सभी संबित पात्रा को भाजपा की प्रेस कॉन्फ्रेंस करते हुए, भाजपा की तरफ से टीवी डिबेट्स और भाजपा का चुनावी राज्यों में प्रचार करते हुए देखते हैं। टीवी डिबेट्स, प्रेस कॉन्फेंसेज, चुनावी प्रचार आदि स्पष्ट तौर पर सेंट्रल सिविल सर्वेट रूल का उल्लंघन है।

संबित पात्रा की ट्विटर टाइमलाइन पर बहुत सारे पॉलिटिकल वीडियो और बहुत सारे पॉलिटिकल डिबेट्स उनके अपने सरकारी दफ्तर से करते हुए हैं, जो एक पब्लिक आफिस के मिसयूज का स्पष्ट उदाहरण है। इन्हीं सब कारणों से मैंने केंद्रीय पर्यटन मंत्री जी. किशन रेड्डी और सेंट्रल विजिलेंस कमीशन को शिकायत पत्र लिखा है और मांग कि है कि संबित पात्रा को तुरंत प्रभाव से आईटीडीसी के चेयरमैन पद से हटाया जाए।


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