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आदेश श्रीवास्तव अपने बेमिसाल संगीत के लिए हमेशा याद किया जाएगा

बॉलीवुड में आदेश श्रीवास्तव को एक ऐसी शख्सियत के तौर पर याद किया जायेगा जिन्होंने न सिर्फ अपने संगीत से बल्कि अपने पार्श्वगायन से भी सिनेप्रेमियों को अपना दीवाना बनाया

आदेश श्रीवास्तव अपने बेमिसाल संगीत के लिए हमेशा याद किया जाएगा
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मुंबई । बॉलीवुड में आदेश श्रीवास्तव को एक ऐसी शख्सियत के तौर पर याद किया जायेगा जिन्होंने न सिर्फ अपने संगीत से बल्कि अपने पार्श्वगायन से भी सिनेप्रेमियों को अपना दीवाना बनाया।

आदेश श्रीवास्तव का जन्म 04 सितम्बर 1966 को मध्य प्रदेश के जबलपुर में हुआ था। आदेश श्रीवास्तव को वर्ष 1993 में फिल्म ‘कन्यादान’ से हिंदी फिल्म इंडस्ट्री में ब्रेक मिला था। उस फिल्म में लता मंगेशकर ने भी गीत गाया था लेकिन फिल्म किन्हीं कारणों से रिलीज नहीं हो पाई थी। वर्ष 1994 में प्रदर्शित फिल्म ‘आओ प्यार करें’ में अपने बेहतरीन संगीत से आदेश श्रीवास्तव कुछ हद तक बॉलीवुड में अपनी पहचान बनाने में कामयाब हो गये। इस फिल्म का गानें काफी लोकप्रिय हुए थे ।

वर्ष 1994 से वर्ष 1997 का समय आदेश श्रीवास्तव के सिने करियर के लिये बुरा समय साबित हुआ। इस दौरान आदेश श्रीवास्तव ने ‘सौदा’, ‘वीरगति’, ‘रामशास्त्र’, ‘सलमा पे दिल आ गया’, ‘दिल तेरा दीवाना’ और ‘शस्त्र’ जैसी फिल्मों में संगीत दिया लेकिन ये सभी फिल्में टिकट खिड़की पर कोई खास कमाल नहीं दिखा सकी। वर्ष 1996 में प्रदर्शित फिल्म ‘शस्त्र’ का गीत ‘क्या अदा क्या जलवे तेरे पारो’ को संगीत प्रेमियों ने काफी पसंद किया।

वर्ष 1998 में प्रदर्शित फिल्म ‘मेजरसाब’ में आदेश श्रीवास्तव को महानायक अमिताभ बच्चन के साथ काम करने का अवसर मिला। इस फिल्म में आदेश श्रीवास्तव ने सुपरहिट संगीत तैयार किया। इस फिल्म में सुदेश भोंसले की आवाज में अमिताभ बच्चन पर फिल्माया गीत ‘सोणा सोणा’ काफी लोकप्रिय साबित हुआ। आदेश श्रीवास्तव अमिताभ बच्चन के काफी करीबी माने जाते थे। कहते थे जब भी अमिताभ को कोई भी गीत कम्पोज करवाना होता है, आदेश के पास चले आते थे। अमिताभ को आदेश प्यार से दादा कहते थे। वर्ष 1999 में आदेश श्रीवास्तव को एक बार फिर से अमिताभ बच्चन की फिल्म ‘लाल बादशाह’ में संगीत देने का अवसर मिला। फिल्म और संगीत को दर्शकों ने बेहद पसंद किया।

वर्ष 2001 में प्रदर्शित फिल्म ‘कभी खुशी कभी गम’ में आदेश श्रीवास्तव ने अपने साले जतिन-ललित के साथ संगीत तैयार किया था। इस फिल्म में आदेश श्रीवास्तव का अमिताभ बच्चन पर फिल्माया संगीतबद्ध गीत ‘से शावा शावा’

चार्टबस्टर साबित हुआ। वर्ष 2003 आदेश श्रीवास्तव के करियर के लिये महत्वपूर्ण वर्ष साबित हुआ। इस वर्ष उनकी ‘चलते चलते’ और ‘बागवान’ जैसी सुपरहिट फिल्में प्रदर्शित हुयी। फिल्म ‘चलते चलते’ है अभिजीत का गाया गीत

‘सुनो ना सुनो ना’ काफी लोकप्रिय हुआ। वहीं ‘बागबान’ में अपने दिये भावपूर्ण संगीत के जरिये आदेश श्रीवास्तव ने संगीत प्रेमियों को मंत्रमुग्ध कर दिया। वर्ष 2006 में प्रदर्शित अमिताभ बच्चन की फिल्म ‘बाबुल’ में भी आदेश श्रीवास्तव ने कर्णप्रिय संगीत तैयार किया।
आदेश श्रीवास्तव फिल्मों के साथ-साथ टीवी पर ‘सारेगामापा’ शो के जज भी रहे थे। अंतरराष्ट्रीय स्तर पर आदेश ने एकोन, डोमोनिक मिलर, शकीरा, जैसे स्टार्स के साथ भी मिलकर काम किया। आदेश श्रीवास्तव ने लगभग 100 फिल्मों में संगीत दिया था। इसके अलावा उन्होंने कई फिल्मों में बैकग्रांउड स्कोर दिया तथा पार्श्वगायन किया। आदेश श्रीवास्तव की पत्नी विजेता पंडित बॉलीवुड की मशहूर अभिनेत्री रह चुकी हैं। यह सितारा 05 सितंबर 2015 को अलविदा कह गया।


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