पैदा होते ही मृत घोषित युवती केबीसी की विजेता बनी
कानपुर के एक अस्पताल में डॉक्टरों ने उसके पैदा होते ही उसे मृत घोषित कर कूड़ेदान में फेंक दिया

उन्नाव। कानपुर के एक अस्पताल में डॉक्टरों ने उसके पैदा होते ही उसे मृत घोषित कर कूड़ेदान में फेंक दिया था। तभी एक रिश्तेदार ने नवजात में हलचल देख उसे वहां से उठाया। वह नवजात बच्ची अब बड़ी हो चुकी है और जन्म के कुछ ही मिनटों के बाद डॉक्टरों की लापरवाही का शिकार होने के कारण शारीरिक रूप से दिव्यांग है।
हाल ही में इस युवती ने केबीसी में जीत हासिल की है। हम बात कर रहे हैं 29 वर्षीय नूपुर सिंह की, जिन्होंने देश के सबसे अधिक लोकप्रिय खेल शो, जिसकी मेजबानी मेगास्टार अमिताभ बच्चन करते हैं, उस शो 'कौन बनेगा करोड़पति' से 12.5 लाख रुपये नगद राशि जीता है। उन्होंने 12 सवालों का सही उत्तर दे जीत हासिल की।
उन्नाव जिले के बीघापुर में रहने वाली नूपुर का जन्म किसान रामकुमार सिंह और उनकी पत्नी कल्पना सिंह के घर हुआ था।
मां कल्पना सिंह ने बताया, "नूपुर, अपनी विकलांगता के बावजूद, हमेशा एक अच्छी छात्रा रही है। वह इंटरमीडिएट में मेरिट सूची में थीं और पहले प्रयास में बीएड प्रवेश परीक्षा में पास हुईं। आज, वह एक प्ले ग्रुप में बच्चों को पढ़ाती है और कक्षा 10 के छात्रों को मुफ्त शिक्षा भी देती है।"
उसके सफर के बारे में नूपुर की मां ने कहा कि टेलीविजन पर जब भी कोई गेम शो आता उसमें पूछे जाने वाले प्रश्नों का सही उत्तर नूपुर शो के प्रतिभागियों से पहले दे देती थी।
उन्होंने कहा, "जब इस सीजन की शुरुआत हुई, तब हमने उससे आवेदन करने को कहा था और वह चयनित भी हुई। हमरी खुशी का तब ठिकाना नहीं रहा जब उसने 12.5 लाख रुपये जीत लिए।"
नूपुर की मां ने कहा, नूपुर को उन डॉक्टरों से कोई शिकायत नहीं है, जो उसकी विकलांगता के लिए जिम्मेदार थे। वह कहती है कि यह उसकी नियति थी और वह किसी को दोष नहीं देना चाहती।
नूपुर अब गांव में एक स्टार के रूप में लोकप्रिय हो गई है और लोग उससे मिलने के लिए उसके घर आते हैं।


