भारतीय वायुसेना ने किया एम्ब्रेयर विमान में हवा में ईंधन भरने का सफल अभ्यास
भारतीय वायु सेना ने आज बड़ी उपलब्धि हासिल करते हुए निगरानी और टोही अभियान चलाने में माहिर एम्ब्रेयर विमान में हवा में ईंधन भरने का सफल अभ्यास किया जिससे इस की उडान क्षमता बढाने में मदद मिलेगी

नयी दिल्ली। भारतीय वायु सेना ने आज बड़ी उपलब्धि हासिल करते हुए निगरानी और टोही अभियान चलाने में माहिर एम्ब्रेयर विमान में हवा में ईंधन भरने का सफल अभ्यास किया जिससे इस की उडान क्षमता बढाने में मदद मिलेगी।
वायु सेना के अनुसार उसके टैंकर विमान आईएल-78 ने आज एयरबोर्न अर्ली वार्निंग एंड कंट्रोल (अवाक्स) प्रणाली से लैस एम्ब्रेयर विमान में हवा में रहते हुए ईंधन भरा। एम्ब्रेयर में हवा में रहते हुए ईंधन भरने का अभ्यास पहली बार किया गया जो पूरी तरह सफल रहा।
इसके साथ ही भारतीय वायु सेना दुनिया की उन चुनिंदा वायु सेनाओं में शामिल हो गयी है जिनके पास हवा में रहते हुए ही विमान में ईंधन भरने की तकनीक है। एम्ब्रेयर भी इस कसौटी पर खरा उतरा है और अब यह ईंधन के लिए जमीन पर उतरे बिना ही लंबे निगरानी अभियान पूरा करने में सक्षम बन गया है।
हवा में रहते हुए विमान में ईंधन भरने के लिए पायलट में विशेष कौशल की जरूरत होती है क्योंकि ईंधन लेने तथा भरने वाले दोनों विमानों को समान मानकों पर उडना होता है और उनके तालमेल में मामूली अंतर से ही गड़बड़ी हो सकती है। समान ऊंचाई पर रहते हुए ईंधन लेने वाले विमान को ईंधन भरने वाले विमान के टैंकर में पाइप पहुंचाना होता है।
इस प्रणाली से मात्र 10 मिनट में इतना ईंधन भरा जा सकता है कि उससे विमान चार घंटे तक अतिरिक्त उडान भर सकता है। इस उपलब्धि से वायु सेना की आपरेशन क्षमता में कई गुना बढोतरी हो जायेगी।
ForceMultiplication Mission of Exponential Proportions: 1st time in #IAF, an AEW&C #EmbraerAircraft has successfully carried out #AerialRefuelling. A ForceMultiplier IL78 refuels another ForceMultiplier. IAF is one of the few AirForces in the World to demonstrate this capability. pic.twitter.com/qgLxqxvq8P
— Indian Air Force (@IAF_MCC) November 30, 2017


