फुटपाथ पर सो रहे लोगों पर चढ़ाई गाड़ी, एक मौत, तीन घायल
'फुटपाथ बेशक सोने के लिए नहीं होता, लेकिन फुटपाथ गाड़ियां चलाने के लिए भी नहीं होता

नई दिल्ली। 'फुटपाथ बेशक सोने के लिए नहीं होता, लेकिन फुटपाथ गाड़ियां चलाने के लिए भी नहीं होता।‘फिल्म के डायलॉग पर सिनेमाघर में तालियां तो बजती हैं, लेकिन हालात नहीं बदलते।
ताजा मामले में कारसवार द्वारा फुटपाथ पर सो रहे लोगों को रौंदने का मामला सामने आया है, जहां एक शख्स की मौत हो गई है, जबकि तीन अन्य घायल बताए जा रहे हैं।
मामला उत्तरी दिल्ली के कश्मीरी गेट थाना इलाके का है, जहां एक बेकाबू आई-20 कार ने फुटपाथ पर सो रहे चार लोगों को कुचल दिया। घटना के तुरंत बाद स्थानीय लोगों ने कार सवार आरोपी को पकड़ लिया और मामले की जानकारी पुलिस को दी।
पुलिस अधिकारियों ने बताया कि कार में दिल्ली के नामी स्कूल के तीन छात्र मौजूद थे, जो स्कूल के लिए घर से निकले थे।
पुलिस अधिकारियों ने बताया कि कश्मीरी गेट थाना पुलिस ने आरोपी के खिलाफ लापरवाही से गाड़ी चलाने का मामला दर्ज कर छानबीन शुरू कर दी है। हादसा कश्मीरी गेट इलाके में लोहे के पुल के पास सुबह करीब छह बजे हुआ, जब तेज रफ्तार आई-20 कार ने फुटपाथ पर सो रहे चार लोगों को कुचल दिया। मृतक के पास से ऐसी कोई चीज नहीं मिली है, जिससे उसकी पहचान की जा सके। वहीं, घायलों की पहचान आसिफ, संजय व करन के रूप में की गई है।
पुलिस अधिकारियों के अनुसार, कार में मथुरा रोड स्थित दिल्ली पब्लिक स्कूल के तीन छात्र सवार थे। कार चलाने वाले छात्र ने 12वीं की परीक्षा दी हुई है और अभी पांच दिन पहले ही बालिग हुआ है।
उन्होंने बताया कि आरोपी को घटनास्थल से ही गिरफ्तार कर लिया गया है, जबकि उसके दो साथी मौके से फरार हो गए थे, जिन्हें बाद में हिरासत में लेकर पूछताछ की गई।
आरोपी के पास ड्राइविंग लाइसेंस भी नहीं मिला है। कार सवार तीनों छात्र मॉडल टाउन के रहने वाले है, वहीं हिरासत में लिए गए छात्र समर चुग ने बताया कि वह सुबह अपने दोस्तों के साथ स्कूल की तरफ जा रहा था। कार उसके दोस्त उज्जवल के पिता के नाम पर रजिस्टर्ड है और गाड़ी में आरोपी कार चालक छात्र के अलावा एक अन्य दोस्त भव्य भी साथ में बैठा था।
पुलिस अधिकारियों ने चिंता जताते हुए कहा कि पिछले दिनों मर्सिडीज से एक युवक को टक्कर लगने का मामला सामने आया था, जिसमें कार नाबालिग चला रहा था। यह चिंता का विषय है कि अभिभावक नाबालिग युवकों के हाथ में गाड़ियां सौंप रहे हैं, क्योंकि इस मामले में भी आरोपी अभी पांच दिन पहले ही बालिग हुआ है।


