आईजीआरएस पर 90 फीसदी लोग शिकायत निस्तारण से संतुष्ट नहीं : सिंह
आईजीआरएस पर दर्ज शिकायतों का निस्तारण सिर्फ खानापूर्ति के लिए की जा रही है

ग्रेटर नोएडा। आईजीआरएस पर दर्ज शिकायतों का निस्तारण सिर्फ खानापूर्ति के लिए की जा रही है। 90 फीसदी लोग आईजीआरएस पर शिकायतों के निस्तारण से संतुष्ट नहीं है। यह बात जिलाधिकारी बीएन सिंह ने खुद स्वीकार की है।
आईजीआरएस की शिकायतों के निस्तारण पर जनता का फीडबैक लेने के बाद जिलाधिकारी ने यह पाया। सोमवार को कलेक्ट्रेट सभागार में स्टाफ समीक्षा बैठक के दौरान जिलाधिकारी बीएन सिंह ने कहा कि जनता के असतुंष्ट होने के कारणों पता लगाते हुए इसकी जांच कराई जाएगी और संबंधित अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
समीक्षा के दौरान डीएम ने अधिकारियों व कर्मचारियों को निर्देश देते हुए कहा वित्तीय वर्ष 2017-18 समाप्त होने तक प्राप्त बजट का व्यय सुनिश्चित कर शेष बजट सरेण्डर करने कर दिया जाए। जिस भी विभाग में डेटा एन्ट्री आपरेटर की आवश्यकता है, तत्काल उनके द्वारा ऑपरेटर की नियुक्ति की जाए, ताकि जनता की समस्याओं के निस्तारण मे किसी भी प्रकार की कोई देरी न हो, और तत्काल उनकी समस्याओं का निस्तारण संभव हो सके।
डीएम ने कलेक्ट्रेट परिसर के कर्मचारियों व बाहर से आने वाली जनता की आवश्यकता को ध्यान में रखते हुये, टॉयलेट, पीने के पानी, उनके बैठने की व्यवस्था के सम्बन्ध उपलब्ध कराया जाए। उन्होंने समीक्षा करते हुये सम्बन्धित अधिकारियों को यह भी निर्देश दिये कि कलेक्ट्रेट कर्मचारियों को जल्द से जल्द सरकारी आवासों का आबंटन किया जाए, ताकि कर्मचारी को बाहर किराये पर रहने की जरूरत न पड़े।
कलैक्ट्रेट परिसर व तहसील स्तर पर जो भी कमरों की आवश्यकता है, उनका निर्माण तत्काल कराया जाये। बैठक में अपर जिलाधिकारी प्रशासन कुमार विनीत, वित्त एवं राजस्व केशव कुमार तथा कलेक्ट्रेट के अधिकारी व कर्मचारियों ने भाग लिया।


