Top
Begin typing your search above and press return to search.

अगले 24 घंटों में उप्र पहुंचेंगी 79 श्रमिक ट्रेनें : मुख्यमंत्री

उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा है कि सरकार अपने प्रदेश के हर श्रमिक एवं कामगार को सुरक्षित उनके घर तक लाएगी, और यह प्रक्रिया मार्च के अंतिम हफ्ते से ही जारी है।

अगले 24 घंटों में उप्र पहुंचेंगी 79 श्रमिक ट्रेनें : मुख्यमंत्री
X

लखनऊ | उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा है कि सरकार अपने प्रदेश के हर श्रमिक एवं कामगार को सुरक्षित उनके घर तक लाएगी, और यह प्रक्रिया मार्च के अंतिम हफ्ते से ही जारी है। उन्होंने कहा है कि जरूरत के अनुसार इसके लिए ट्रेन और बसों की मदद ली जा रही है, और अगले 24 घंटों में दूसरे राज्यों से उप्र के श्रमिकों को लेकर 79 ट्रेनें आएंगीं।' मुख्यमंत्री ने शुक्रवार को जारी एक बयान में कहा कि अलग-अलग प्रदेशों महाराष्ट्र, गुजरात, पंजाब, कर्नाटक, केरल और तेलंगाना आदि से प्रदेश के श्रमिकों को लेकर चलीं 79 ट्रेनें रास्ते में हैं। शनिवार तक ये अपने-अपने गंतव्य तक पहुंच जाएंगी। 56 ट्रेनों से अब तक गुजरात, महाराष्ट्र, कर्नाटक, पंजाब, आंध्र प्रदेश और केरल आदि राज्यों से करीब 70 हजार श्रमिकों की वापसी हो चुकी है।

मुख्यमंत्री ने बताया कि ट्रेनों के अलावा उप्र परिवहन निगम की करीब 10 हजार बसें भी आने वालों को सुरक्षित उनके घरों तक पहुंचा रही हैं। शुक्रवार को हरियाणा से 30,000 श्रमिक अपने प्रदेश में पहुंचेंगे।

मुख्यमंत्री ने अपील की है कि खुद के स्वास्थ्य और सुरक्षा के नाते कोई भी श्रमिक पैदल, साइकिल या दो पहिया से अपने घर के लिए न निकले। ये सारी व्यवस्था उसके लिए ही की गई है। धैर्य रखें सरकार उन तक जल्दी ही पहुंचेगी।

उन्होंने कहा कि आने वाले हर प्रवासी के स्वास्थ्य की जांच उस जिले के क्वारंटीन सेंटर पर अनिवार्य रूप से हो रही है। स्वस्थ लोगों को उनके घर इस हिदायत के साथ भेजा जा रहा है कि वे घर पर होम क्वारंटीन के मानकों का अनुपालन करेंगे। संदिग्ध को पूरी जांच के लिए सेंटर में ही आइसोलेट कर दिया जा रहा है। घर जाने वाले हर श्रमिक को अनिवार्य रूप से भरण-पोषण के लिए एक हजार रुपये और तय मात्रा में खाद्यान्न भी दिया जा रहा है।

अधिकारियों को निर्देश दिया गया है कि वे लॉकडाउन के दौरान भी औद्योगिक इकाई के मालिकों से कह कर श्रमिकों को वेतन या मानदेय दिलाना सुनिश्चित कराएं। अब करीब 55 हजार इकाइयां श्रमिकों को वेतन एवं मानदेय के रूप में 633.44 करोड़ रुपये का भुगतान कर चुकी हैं।


Next Story

Related Stories

All Rights Reserved. Copyright @2019
Share it