सीएम विंडों पर 6 महीने में 772 शिकायतें दर्ज
लघु सचिवालय स्थित उप मंडल कार्यालय में शुरु की गई सीएम विंडों में अब तक 772 शिकायतें दर्ज की गई हैं........
फरीदाबाद। लघु सचिवालय स्थित उप मंडल कार्यालय में शुरु की गई सीएम विंडों में अब तक 772 शिकायतें दर्ज की गई हैं जिनमें सर्वाधिक शिकायतें अवैध कब्जों को हटवाने, माईनरों में पानी की आपूर्ति नहीं होने, जोहडों की सफाई, रास्तों में पशुओं को बांधने, सरकारी जगहों की पैमाईश कराने और चरमराई सफाई व्यवस्था की हैं। उप मंडल के लोगों को अपनी शिकायतों के निवारण के लिए पलवल नहीं जाने के उद्देश्य से उक्त सीएम विंडों का जिला उपायुक्त अशोक कुमार द्वारा 25 दिसम्बर 2016 को विधिवत उद्घाटन किया गया था।
उक्त सीएम विंडों पर उद्घाटन से लेकर 31 मई तक कुल 772 शिकायतें दर्ज की जा चुकी हैं। जिनमें सर्वाधिक 354 शिकायतें ग्रामीण क्षेत्र की हैं। विभागीय अधिकारी उक्त शिकायतों में से केवल 281 शिकायतों का ही निपटारा कर पाए हैं जबकि 73 शिकायतें आज भी निपटारा होने का इंतजार कर रही हैं।
सीएम विंडों पर भेजी गई शिकायतों में माईनरों में पानी नहीं आने की शिकायतें शामिल हैं। इनके अलावा गांवों में ग्रामीणों द्वारा पंचायती भूमि पर अवैध कब्जों पर रोक लगाने, गांवों में समय पर पैंशन नहीं मिलने, बिजली की जर्जर तारों और लोहे के खम्बें को बदलवाने, गांवों में सफाई व्यवस्था को दुरुस्त करान, रास्तों पर पशु न बांधने, बुझापा पैंशन, सुलभ शौचालयों का निर्माण करान, जोहडों की सफाई कर उनमें साफ पानी भरने जैसी सैंकड़ों शिकायतें दर्ज कराई गई हैं लेकिन सम्बंधित विभागीय अधिकारियों की लचर व्यवस्था के कारण शिकायतें आज भी संबंधित कार्यालयों का सफर तय कर रही हैं।
केवल फाईलों में ही किया जा रहा है समाधान
सीएम विंडों पर डाली गई शिकायतों का संबंधित विभागीय अधिकारी और कर्मचारी केवल फाईलों में ही समाधान कर अपने कार्य से इतिश्री कर लेते हैं जबकि सच्चाई कुछ और ही बयां करती है। सीएम विंडों पर भेजी गई शिकायतों के बावजूद न तो गांवों और शहर में अवैध कब्जे हट पा रहे हैं और न ही शहर में सफाई व्यवस्था और माईनरों में पानी आ पा रहा है। कई शिकायतें तो ऐसी हैं जिस अधिकारी और कर्मचारी के खिलाफ दी जाती है और बिडम्बना यह है कि उसी अधिकारी को उसे निपटाने की जिम्मेदारी सौंप दी जाती है। जिसके कारण सीएम विंडों पर भी अब शिकायतों की सूची दिनों दिन लम्बी होती जा रही है।
लघु सचिवालय स्थित कार्यालय में सीएम विंडों की शुरुआत होने पर उप मंडल के लोगों ने राहत की सांस ली थी कि अब किसी भी समस्या के समाधान के लिए पलवल स्थित कार्यालय नहीं जाना पड़ेगा और समस्याओं का समाधान भी शीघ्र हो जाएगा लेकिन उक्त सीएम विंडों पर भेजी गई शिकायतों का कागजों में तो समाधान कर अधिकारियों ने अपनी जिम्मेदारी निभा ली है। शहर की घारम पट्टी जाने वाले रास्ते पर सीवेज व्यवस्था ठप होने के मामला काफी पुराना हो चुका है, यहां गंदा पानी पिछले काफी समय से भरा हुआ है, विभागीय अधिकारी शिकायत का जबाव भी भेज चुके हैं, लेकिन समस्या ज्यों कि त्यों बनी हुई है।
लोगों द्वारा सीएम विंडों पर की गई शिकायतों को प्राथमिकता के आधार पर निपटाया जा रहा है। इस मामले में सभी विभागीय अधिकारियों को स्पष्ट निर्देश दिए हैं कि वह जनता की शिकायातों का शीघ्र समाधान कर रिपोर्ट भेजें।


