बंगाल उपचुनाव में 75 फीसदी मतदान, भाजपा उम्मीदवार को पीटा गया
पश्चिम बंगाल के तीन विधानसभा क्षेत्रों के उपचुनाव के लिए सोमवार को हो रहे मतदान के दौरान धांधली की छिटपुट आरोपों के बीच 75 फीसदी से ज्यादा मतदान दर्ज किया गया

कोलकाता। पश्चिम बंगाल के तीन विधानसभा क्षेत्रों के उपचुनाव के लिए सोमवार को हो रहे मतदान के दौरान धांधली की छिटपुट आरोपों के बीच 75 फीसदी से ज्यादा मतदान दर्ज किया गया। इस दौरान भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के एक उम्मीदवार को बुरी तरह से पीटा गया और झाड़ी में धकेल दिया गया। निर्वाचन आयोग के सूत्रों ने कहा कि कुछ छिटपुट घटनाओं को छोड़कर कालियागंज, खड़गपुर सदर और करीमपुर विधानसभा निर्वाचन क्षेत्र में मतदान प्रक्रिया शांतिपूर्ण रही।
निर्वाचन आयोग ने कहा, "औसतन मतदान प्रतिशत 75.48 फीसदी दर्ज किया गया। कालियागंज में 77.17 फीसदी मतदान, खड़गपुर सदर में 67.62 फीसदी मतदान और करीमपुर में 81.23 फीसदी मतदान दर्ज किया गया है।"
कालियागंज, करीमपुर और खड़गपुर सदर में तीन महिला उम्मीदवारों सहित 18 उम्मीदवार चुनावी मैदान में हैं। इन क्षेत्रों में 7.34 लाख मतदाता 81 मतदान केंद्रों में अपने मताधिकार का इस्तेमाल करेंगे।
करीमपुर (नादिया जिला) में तृणमूल कांग्रेस व भाजपा जीतने के लिए सभी नियमों को ताक पर रख दिया।
भाजपा के उम्मीदवार जय प्रकाश मजूमदार व पार्टी के राज्य के उपाध्यक्ष सुबह से ही निर्वाचन क्षेत्रों में घूम रहे थे।
उनकी कथित तौर पर तृणमूल समर्थकों के साथ थानापारा के बूथ पर तीखी बहस भी हुई, जहां भाजपा ने आरोप लगाया कि इसके पोलिंग एजेंट का अपहरण कर लिया गया है। केंद्रीय बलों ने आखिरकार दखल दिया और उन लोगों को हटाया।
मजूमदार को काले झंडे दिखाए गए और साहेबपारा में उनके खिलाफ 'गो बैक' के नारे लगाए गए, जहां उन्हें तृणमूल द्वारा ईवीएम मशीनों के बेहद करीब जाने के आरोप लगाने के बाद बूथ छोड़ने को कहा गया।
लेकिन घियाघाट इस्लामपुर प्राइमरी स्कूल बूथ पर चीजें बदतर हो गई, जहां मजूमदार चुनावी कदाचार की खबर पाकर पहुंचे थे और उन्होंने पाया की आठ बाहरी लोग कमरे थे, जहां कथित तौर पर चुनाव अधिकारियों के लिए खाना तैयार किया जा रहा था। हालांकि, अधिकारियों ने बूथ से सिर्फ दस मीटर की दूरी पर उनके लिए खाना पकाए जाने की जानकारी से इनकार किया।
लेकिन घियाघाट इस्लामपुर में मजूमदार को करीब 50 लोगों ने घेर लिया और फिर थप्पड़ मारा व घूसे मारना शुरू कर दिया और उन्हें झाड़ी में धकेल दिया।
इससे नाराज भाजपा ने तृणमूल कांग्रेस के कार्यकर्ताओं के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कराई।


