राहत शिविरों में 724,649 लोग : विजयन
केरल के मुख्यमंत्री पिनाराई विजयन ने रविवार को कहा कि राज्य में आई विनाशकारी बाढ़ से बेघर हुए कुल 724,649 लोग 5,645 शिविरों में पनाह लिए हुए हैं

तिरुवनंतपुरम। केरल के मुम5 शिविरों में पनाह लिए हुए हैं। उन्होंने कहा कि अब तक की सबसे भयावह बाढ़ों में से एक में अब तक 370 लोगों की मौत हो चुकी है और राज्य में भारी तबाही हुई है। विजयन ने बाढ़ के सबसे भयावह दौर की समप्ति के संकेतों के बीच मीडिया को बताया, "हमारी पहली चिंता जिंदगियां बचाने की है। ऐसा प्रतीत हो रहा है कि यह इच्छा पूरी होगी।" उन्होंने कहा कि कई शहरों व कस्बों में आखिरकार पानी का स्तर कम होना शुरू हो गया है।
मुख्यमंत्री ने कहा, "यह त्रासदी अब तक की शायद सबसे विनाशकारी त्रासदियों में से एक है। इसमें अब तक भारी नुकसान हुआ है। इसलिए हम सभी मदद स्वीकार करेंगे।"
उन्होंने कहा कि नौसेना और वायुसेना समेत विभिन्न एजेंसियों की मदद के साथ अन्य इमारतों व जलमग्न घरों से कुल 22,034 लोगों को बचाया गया है।
विजयन ने कहा अब सबसे बड़ी चुनौती यह है कि जिन लोगों ने वास्तव में सब कुछ खो दिया है उन्हें उचित मुआवजा दिया जाए। उफनती नदियों ने लाखों घरों को तबाह कर दिया और अपने पीछे भारी तबाही छोड़ी है।
प्रेस वार्ता की शुरुआत में मुख्यमंत्री ने राहत शिविरों में रहने वालों की संख्या 846,680 बताई थी लेकिन बाद में इस संख्या में कमी कर दी गई।
उन्होंने कहा कि अगला लक्ष्य लोगों को जिंदगियों को सामान्य बनाना है, जिसके लिए एक योजना पर कार्य किया जा रहा है।
मुख्यमंत्री ने कहा, "पुनर्वासन का कार्य विभिन्न एजेंसियों द्वारा किया जा रहा है।"
मार्क्सवादी नेता ने बाढ़ प्रभावित सभी शहरों व कस्बों को युद्ध स्तर पर साफ करने का संकल्प लिया।


