त्रिपुरा में कोरोनावायरस के 11 नए मामलों में 7 बीएसएफ जवान
त्रिपुरा में दो दिन तक कोरोनावायरस का एक भी पॉजिटिव मामला सामने नहीं आया था, और ऐसा लग रहा था कि यह राज्य जल्द ही कोरोना मुक्त हो जाएगा

अगरतला । त्रिपुरा में दो दिन तक कोरोनावायरस का एक भी पॉजिटिव मामला सामने नहीं आया था, और ऐसा लग रहा था कि यह राज्य जल्द ही कोरोना मुक्त हो जाएगा, तभी शनिवार को 11 लोगों को पॉजिटिव पाया गया, जिसमें बीएसएफ के सात जवान शामिल हैं। इसके साथ ही राज्य में संक्रमित रोगियों की संख्या बढ़कर 167 पहुंच गई है। इसकी जानकारी अधिकारियों ने दी। त्रिपुरा के स्वास्थ्य अधिकारियों के अनुसार, सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) की दो बटालियनों (86 वें और 138 वें) के कर्मियों और परिवार के सदस्यों सहित 159 लोगों को पॉजिटिव पाया गया है। इनमें से 40 लोग अबतक ठीक हो चुके हैं, जिसमें दो बच्चे भी शामिल हैं।
मुख्यमंत्री बिप्लब कुमार देब ने एक ट्वीट में कहा, "625 सौपलों का कोरोनावायरस परीक्षण किया गया, जिसमें से 11 लोगों को पॉजिटिव पाया गया। 11 में से सात मामले 86वीं बटालियन के बीएसएफ जवानों के हैं, अन्य चार मामले आम नागरिकों के हैं।"
625 samples have been tested for #COVID19 and among them 11 persons found #COVID19 POSITIVE.7 people from 86-Bn BSF & 4 civilian from Churaibari Gate ( 2 driver from other state, 2 people returned from Guwahati ).
— Biplab Kumar Deb (@BjpBiplab) May 16, 2020
All the POSITIVE patients are under proper medical care.
देब के अनुसार, पॉजिटिव पाए गए चार नागरिकों में, दो अन्य राज्यों के ट्रक चालक हैं और दो हाल ही में गुवाहाटी से राज्य लौटे हैं।
बीएसएफ के जवानों और उनके परिजनों के बीच कोरोनोवायरस संक्रमण का अध्ययन करने के लिए तीन सदस्यीय केंद्रीय टीम गुरुवार को त्रिपुरा पहुंची। इसके बाद यह टीम दोनों बीएसएफ बटालियन (86वीं और 138वीं) मुख्यालय की यात्रा पर है, जो अगरताला से 82 किलोमीटर दूर अंबासा में स्थित है।
शिलांग स्थित उत्तर पूर्वी इंदिरा गांधी क्षेत्रीय स्वास्थ्य और चिकित्सा विज्ञान संस्थान में सामुदायिक चिकित्सा विभाग के प्रमुख, प्रोफेसर जी.के. मेधी के नेतृत्व में यह केंद्रीय दल सैनिकों, अधिकारियों और उनके परिवार के सदस्यों के बीच कोरोनोवायरस संक्रमण के स्रोत और अन्य पहलुओं का अध्ययन कर रहा है।
राष्ट्रीय रोग नियंत्रण केंद्र और आईसीएमआर (भारतीय चिकित्सा अनुसंधान परिषद) दिल्ली के अधिकारी इस केंद्रीय टीम का मार्गदर्शन कर रहे हैं।


