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हरियाणा में 67 फीसदी मतदान

हरियाणा में रविवार को 10 लोकसभा सीटों पर 67.06 फीसदी मतदान दर्ज किया गया

हरियाणा में 67 फीसदी मतदान
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चंडीगढ़। हरियाणा में रविवार को 10 लोकसभा सीटों पर 67.06 फीसदी मतदान दर्ज किया गया। यहां मुख्य रूप से राव इंद्रजीत सिंह, कृष्णपाल गुर्जर और पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा चुनावी मैदान में हैं, जिन पर सबकी नजरें हैं।

निर्वाचन आयोग के मुताबिक, कुरुक्षेत्र में सबसे ज्यादा 72.46 फीसदी मतदान दर्ज किया गया। सिरसा दूसरे स्थान पर रहा, जहां 73.11 फीसदी मतदान दर्ज किया गया। सोनीपत में 69.08 फीसदी, हिसार में 68.79 फीसदी। रोहतक में 68.36 फीसदी और भिवानी-महेंद्रगढ़ में 69.87 फीसदी मतदान दर्ज किया गया।

मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर के गृह जिले करनाल में सबसे कम 59.07 फीसदी मतदान हुआ। गुरुग्राम में 61.93 फीसदी और फरीदाबाद में 61.28 फीसदी मतदान हुआ।

इस चरण में 11 महिलाओं सहित 223 उम्मीदवार मैदान में हैं, जिनकी किस्मत का फैसला ईवीएम में बंद हो गया।

यमुनानगर, महेंद्रगढ़ और गोहाना में कुछ बूथों पर इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीनों (ईवीएम) में गड़बड़ी के कारण मतदान में देरी हुई।

गोहाना में पोलिंग बूथ नंबर 84 पर सुबह 10 बजे तक खराब ईवीएम को ठीक नहीं किया जा सका, इसलिए तीन घंटे में केवल दो वोट पड़े।

राज्य में सबसे पहले मतदान करने वालों में मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर, पूर्व मुख्यमंत्री और सोनीपत से कांग्रेस उम्मीदवार भूपिंदर सिंह हुड्डा, केंद्रीय मंत्री राव इंद्रजीत सिंह, कृष्णपाल गुर्जर और बीरेंद्र सिंह और भारतीय क्रिकेट टीम के कप्तान विराट कोहली शामिल रहे।

खट्टर मतदान करने के लिए चंडीगढ़ से ट्रेन से करनाल पहुंचे। विराट कोहली ने गुरुग्राम में वोट डालकर मतदाताओं से मतदान की अपील की।

भाजपा, कांग्रेस, ओम प्रकाश चौटाला की इंडियन नेशनल लोकदल (इनेलो) और जननायक जनता पार्टी (जेजेपी) चुनावी मैदान में उतरी प्रमुख पार्टियां हैं।

राज्य में 1.80 करोड़ से अधिक मतदाता हैं, जिनमें 83,40,173 महिलाएं और 207 ट्रांसजेंडर शामिल हैं।

वर्ष 2014 लोकसभा चुनाव में 73 फीसदी मतदान हुआ था, वहीं 2009 में 68 फीसदी मत डाले गए थे।

वर्ष 2014 भाजपा ने इन 10 सीटों में से सात पर जीत हासिल की थी। भाजपा का मत प्रतिशत 2014 में 34.7 था। वहीं 2009 में भाजपा को 17.21 फीसदी वोट मिले थे। लेकिन वह एक भी सीट जीत नहीं सकी थी।

कांग्रेस के पास 2009 में नौ सीटें थीं, लेकिन 2014 में वह इसमें से आठ सीटें हार गई। 2009 में उसे 41.77 प्रतिशत वोट मिले थे, लेकिन 2014 में उसे 22.9 फीसदी वोट मिले।

इंडियन नेशनल लोकदल (इनेलो) ने 2014 में दो सीटें जीती थी और उसे 24.4 प्रतिशत वोट मिले थे। 2009 में उसे 15.78 फीसदी मत मिले थे।


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