अंतिम चरण में 64 फीसदी मतदान 23 मई को आएंगे चुनावी नतीजे
लोकसभा चुनाव के 7वें में कुछ स्थानों पर हिंसा की छिटपुट घटनाओं के बीच 7 राज्यों और एक केंद्र शासित प्रदेश की 59 सीटों पर करीब 64% से अधिक मतदान के साथ 17वीं लोकसभा के लिए चुनावी सफर रविवार को पूरा हुआ

नई दिल्ली। लोकसभा चुनाव के सातवें और आखिरी चरण में कुछ स्थानों पर हिंसा की छिटपुट घटनाओं के बीच सात राज्यों और एक केंद्र शासित प्रदेश की 59 सीटों पर रविवार को करीब 64 प्रतिशत से अधिक मतदान के साथ सत्रहवीं लोकसभा के लिए चुनावी सफर रविवार को पूरा हुआ। लोकसभा की 542 सीटों के लिए सात चरणों में हुए चुनाव में कुल मिलाकर औसतन 67 प्रतिशत से अधिक मतदान हुआ।
वर्ष 2014 की तुलना में अधिक शांतिपूर्ण रहे इस चुनाव में अब तक छह चरणों में मतदान का राष्ट्रीय औसत 67.37 रहा, जो पिछले लोकसभा चुनाव की तुलना में करीब तीन प्रतिशत अधिक है। पहले चरण में 69.61, दूसरे चरण में 69.44, तीसरे चरण में 68.4, चौथे चरण में 65.51, पांचवे चरण में 64.16 और छठे चरण में 64.4 प्रतिशत मतदान हुआ। पिछली बार की तुलना में मतदान में इस बार 4.1 करोड़ अधिक महिलाओं में अपने मताधिकार का इस्तेमाल किया। पुरुषों और महिलाओं के बीच मतदान का अंतर 2009 से लगातार कम होता जा रहा है। वर्ष 2009 में यह अंतर नौ प्रतिशत था, जो 2014 में 1.4 प्रतिशत तथा इस बार 0.4 प्रतिशत रह गया है।
बंगाल और पंजाब में छिटपुट हिंसा
चुनाव आयोग के अनुसार, पश्चिम बंगाल और पंजाब में कुछ जगहों पर हिंसा की छिटपुट घटनाओं को छोड़कर मतदान शांतिपूर्ण रहा। राज्य में आज नौ सीटों पर हुए मतदान में कई जगह बम फेंके जाने और केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल तथा मतदाताओं के बीच झड़प की घटनाएं हुई, लेकिन हिंसा की कोई बड़ी घटना नहीं हुई। इस चरण में कुल 64 प्रतिशत मतदान हुआ। इसके बाद भी कुछ स्थानों पर मतदाताओं की कतारें लगी हुई थीं, इससे मतदान प्रतिशत और बढ़ने की संभावना है।
इन राज्यों में ये रहा मतदान प्रतिशत
झारखंड में 70.97 प्रतिशत, मध्य प्रदेश में 69.50 प्रतिशत, हिमाचल प्रदेश में 66.04 प्रतिशत, केन्द्र शासित चंडीगढ़ में 63.57 प्रतिशत, पंजाब में 59.46 प्रतिशत, उत्तर प्रदेश में 55.80 प्रतिशत तथा बिहार में 53.36 प्रतिशत वोट पड़े। सातवें चरण के मतदान की समाप्ति के साथ ही आज प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी, केन्द्रीय मंत्रियों रविशंकर प्रसाद, हरसिमरत कौर बादल, हरदीप सिंह पुरी, मनोज सिन्हा और आर.के. सिंह की चुनावी किस्मत ईवीएम में कैद हो गई। इनके अलावा झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री शिबू शोरेन, शत्रुघ्न सिन्हा, अनुराग ठाकुर, बीबी जागीर कौर, पवन बंसल, किरण खेर, मीसा भारती, सनी देओल, अतुल कुमार अंजान, महेन्द्र नाथ पांडे और अनुप्रिया पटेल समेत कई प्रमुख नेताओं के चुनावी भाग्य का फैसला भी अंतिम चरण के मतदान से होना है। 23 मई को चुनावी नतीजे आने हैं।


