छत्तीसगढ़ के 6 हजार पंचायत जुड़ेंगे इंटरनेट से
डिजिटल क्षेत्र में आज छत्तीसगढ़ ने एक और लंबी छलांग लगाई है

रायपुर। डिजिटल क्षेत्र में आज छत्तीसगढ़ ने एक और लंबी छलांग लगाई है। गांव-गांव तक इंटरनेट सुविधा को पहुंचाने के लिए केंद्र व राज्य सरकार के बीच एक समझौते पर आज प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह व केंद्रीय संचार मंत्री मनोज सिन्हा ने हस्ताक्षर किए हैं। भारत नेट परियोजना के दूसरे चरण के लिए एमओयू किया गया है। डिजिटल इंडिया की राह में छत्तीसगढ़ के बढ़ते कदम से उत्साहित केंद्रीय राज्य मंत्री मनोज सिन्हा ने मुख्यमंत्री रमन सिंह को एक अनूठे नाम से संबोधित किया।
रमन सिंह चाऊर वाले बाबा के नाम से जाने जाते थे लेकिन डिजिटल क्षेत्र में अब तक जिस तरह काम हो रहें हैं उसे देख कर उन्हें मोबाइल बाबा या ब्राड बेंड बाबा के नाम से जाना जाएगा। कार्यक्रम में उपस्थित मुख्यमंत्री का कहना था कि डिजिटल छत्तीसगढ़ का सपना आज पूरा होने जा रहा है। बस्तर के आखरी कोने में बैठे लोग भी सीधे मोबाइल के जरिए बात कर पाएंगे। छत्तीसगढ़ के लोगों का एक बड़ा सपना पूर्ण होने जा रहा है।
गौरतलब है कि मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह की अध्यक्षता और केन्द्रीय संचार राज्यमंत्री मनोज सिन्हा के मुख्य आतिथ्य में रायपुर में आज भारत नेट परियोजना के दूसरे चरण के लिए केन्द्र और राज्य सरकार के बीच परस्पर समझौते के एमओयू पर हस्ताक्षर किए गए। मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर कहा कि छत्तीसगढ़ आज डिजिटल क्रान्ति के एक नए युग में प्रवेश कर रहा है।
परियोजना के जरिए गांवों और शहरों के बीच डिजिटल दूरी कम करने के लिए छत्तीसगढ़ के 85 विकासखण्डों की पांच हजार 987 ग्राम पंचायतों को ऑप्टिकल फाइबर नेटवर्क से जोड़ा जाएगा। इससे इंटरनेट कनेक्टिविटी का विस्तार होगा। इस एमओयू पर केन्द्र सरकार की ओर से भारत नेट परियोजना से संबंधित यूनिवर्सल सर्विस ऑब्लिगेशन फंड के प्रशासक संजय सिंह और राज्य सरकार की ओर से इलेक्ट्रॉनिक्स एवं सूचना प्रौद्योगिकी विभाग के सचिव संजय शुक्ला ने हस्ताक्षर किए। इस अवसर पर रायपुर के लोकसभा सांसद रमेश बैस, प्रदेश सरकार के मुख्य सचिव विवेक ढांड, इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी विभाग के प्रमुख सचिव अमन कुमार सिंह सहित अनेक वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।


