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खदान प्रभावित क्षेत्रों के 6 ग्राम आदर्श ग्राम के रूप में होंगे विकसित

कलेक्टर श्रीमती शम्मी आबिदी ने आज यहां कलेक्टोरेट सभाकक्ष में जिला खनिज न्यास (डीएमएफ) मद से आदर्श ग्राम के रूप में विकसित किए जाने के संबंध में 6 ग्रामों के सरपंच, सचिव, प्रेरक, आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं

खदान प्रभावित क्षेत्रों के 6 ग्राम आदर्श ग्राम के रूप में होंगे विकसित
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डीएमएफ मद से 6 ग्रामों की बदलेगी तस्वीर
रायगढ़। कलेक्टर श्रीमती शम्मी आबिदी ने आज यहां कलेक्टोरेट सभाकक्ष में जिला खनिज न्यास (डीएमएफ) मद से आदर्श ग्राम के रूप में विकसित किए जाने के संबंध में 6 ग्रामों के सरपंच, सचिव, प्रेरक, आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं की बैठक ली। जिला खनिज न्यास (डीएमएफ) मद से जिले के 6 ग्राम, आदर्श ग्राम के रूप में विकसित किए जायेंगे और वहां की तस्वीर बदलेगी। खदान प्रभावित क्षेत्र होने के कारण डीएमएफ की राशि का उपयोग कर उच्च प्राथमिकता के तौर पर आदर्श ग्राम तैयार किया जाएगा।

कलेक्टर श्रीमती आबिदी ने कहा कि खदान प्रभावित क्षेत्रों में विकास को गति देने के लिए एवं 6 ग्रामों को आदर्श ग्रामों में परिवर्तित किया जाएगा। इस परिकल्पना को मूर्त रूप प्रदान के लिए 6 ग्रामों के जनप्रतिनिधियों से सुझाव भी लिए जायेंगे ताकि गांवों में उसके अनुरूप विकास कार्य हो सके और जो ग्रामवासियों लिए लाभप्रद रहे। सभी के सहयोग एवं सहभागिता से योजना निर्मित हो, इसी पर विचार किया जाएगा।

उन्होंने कहा कि आदर्श ग्राम विकसित करने के लिए इसकी समय-समय पर बैठक होना चाहिए। पंचायतों में पारदर्शिता होनी चाहिए। वहीं शाला प्रबंधन समिति एवं आंगनबाड़ी केन्द्र भी सक्रिय होनी चाहिए। कलेक्टर ने कहा कि गांव में यह भी जरूरी है कि गर्भवती माताएं आंगनबाड़ी में आए और भोजन ले। उन्होंने कहा कि ग्रामवासियों में यह जागरूकता आनी चाहिए कि गर्भवती माताओं को पौष्टिक आहार मिलना चाहिए। इसके लिए गर्भवती माताओं को आंगनबाड़ी केन्द्रों में जाने के लिए प्रेरित भी करने की जरूरत है।

आदर्श ग्राम में भवन, स्कूल, पेयजल आदि की सुविधा के साथ ही माताएं एवं बच्चें भी स्वस्थ हो। इस अवसर पर सरपंचों ने कलेक्टर से पेयजल, स्कूल, रोड, शौचालय, स्वास्थ्य सुविधाएं सहित विभिन्न मुद्दों पर चर्चा की।

आदर्श ग्राम के लिए धरमजयगढ़ विकासखण्ड के ग्राम छाल, नवापारा, चंद्रशेखरपुर, तमनार विकासखण्ड के बांझीखोल एवं मिलूपारा तथा घरघोड़ा विकासखण्ड के कंचनपुर चयनित किए गए है। छाल ग्राम के सरपंच ने गर्मी में पानी की दिक्कत एवं ग्राम में कुपोषण की स्थिति की जानकारी दी। धरमजयगढ़ विकासखण्ड के चंद्रशेखरपुर ग्राम की सचिव ने बताया कि बोर खुलवाने के बावजूद पानी की समस्या गांव में बनी हुई है और जल का स्तर नीचे चला गया है। उन्होंने सड़क में जल छिड़काव की बात कही।

तमनार विकासखण्ड में बांझीखोल ग्राम के सरपंच ने नाली एवं रोड की समस्या बताई तथा गांव में फिल्टरयुक्त पानी की आवश्यकता बतायी। तमनार विकासखण्ड के ग्राम मिलूपारा के सचिव ने बताया कि पानी में आयरन की मात्रा ज्यादा है एवं मिडिल स्कूल जर्जर है। उन्होंने सार्वजनिक शौचालय बनाने की मांग की। घरघोड़ा विकासखण्ड के सरपंच ने स्कूल में मैदान निर्माण की बात कही।

इस अवसर पर स्वयंसेवी संस्था समर्थन के देवीदास निम्जे ने सभी 6 गांव के प्रतिनिधियों से समस्या एवं सुझाव के संबंध में बातचीत की। उन्होंने ग्रामवासियों से कहा कि आदर्श ग्राम बन जाने से गांव का प्रत्येक व्यक्ति लाभान्वित होगा। इस अवसर पर उप संचालक खनि एस.एस.नाग, आयुष एवं ग्राम छाल के सरपंच अनिरूद्ध राठिया एवं सचिव धीरेन्द्र गबेल, नवापारा के सचिव जोतराम राठिया, चंद्रशेखरपुर की सचिव कु.नीरा राठिया, बांझीखोल की सरपंच श्रीमती भुवनमती, सचिव मोहन पटेल, मिलूपारा की सरपंच श्रीमती कलावती सिदार, सचिव तीर्थराम साव, कंचनपुर के सचिव दौलतराम पटेल एवं आंगनबाड़ी कार्यकर्ता तथा प्रेरक उपस्थित थे।


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