पेट के कीड़े मारने की दवा खाते ही बीमार पड़े 50 स्कूली बच्चे
सेक्टर-53 स्थित मदनमोहन मालवीय स्कूल में कीड़े की दवा खाने से 50 से ज्यादा बच्चों की तबियत बिगड़ गई
नोएडा। सेक्टर-53 स्थित मदनमोहन मालवीय स्कूल में कीड़े की दवा खाने से 50 से ज्यादा बच्चों की तबियत बिगड़ गई। इन सभी बच्चों को तत्काल प्रभाव से सेक्टर-30 स्थित चाइल्ड पीजीआई में भर्ती कराया गया है।
डाक्टरों का विशेष दल बच्चो का इलाज किया गया। दवा खाने के तुरंत बाद बच्चों के पेट में दर्द के से उलटी सिर में दर्द की शिकायत हुई। इसके बाद कुछ बच्चों को बेहोशी आने लगी।
सीएमओ की डाक्टर अनुराग भार्गव ने बताया कि पेट में कीड़े मारने की दवा खाने के बाद उल्टी होती है। कुछ बच्चों को उल्टी हुई भी। फिलहाल बच्चों की तबियत बिगड़ी यह गंभीर मामला है। दवा के स्टॉक को रोक दिया गया है। जहा-जहा भी दवाई दी जा रही थी।
वहां दवा पर रोक लगा दी गई है। पूरे मामले की गंभीर जांच की जा रही है। बच्चों को एलबेंडाजोइक टेबलेट 400 एमजी दवा दी गई थी। राज्य सरकार के कार्यक्रम के तहत स्कूलों में बुधवार को नेशनल डिवार्मिंग डे के उपलक्ष्य में पेट में कीड़े मारने की दवा दी जा रही थी। जनपद में सात लाख बच्चों को दवा देने का लक्ष्य रखा गया था।
यह दवा एक साल से 19 साल तक के बच्चों को दी जा रही थी। लेकिन स्कूल में दवा खाने के बाद अचानक बच्चों तबियत खराब होने लगी। सीएमओ ने बताया कि दवा की फोरेंसिक जांच जी की जाएगी। हालांकि तबियत खराब हुए अधिकांश बच्चों को अब आराम है उनकी अधिकांश शिकायत पेट में दर्द की थी। जिनका बेहतर इलाज किया जा रहा है।
परिजनों को आश्वस्त किया गया है कि वह बिल्कुल भी घबराए नहीं। एंबुलेंस के जरिए बच्चों तुरंत अस्पताल लाया गया। यहा बेड की कमी के चलते एक बेड पर दो-दो बच्चो कहीं पर तीन बच्चों का इलाज किया जा रहा है।
साथ ही स्वास्थ्य विभाग व जिला अस्पताल के डाक्टरों की मदद भी ली जा रही है। किसी भी तरह की कोताही न हो लिहाजा डिप्टी सीएमओ व सीएमओ खुद अस्पताल में मौजूद रहे। फिलहा दवा की जांच की जाएगी।


