50 फीसदी बच्चे पढ़ाई में कमजोर
आम आदमी पार्टी सरकार के उपमुख्यमंत्री व शिक्षा मंत्री मनीष सिसोदिया ने स्वीकारा कि राजधानी के 50 प्रतिशत बच्चे पढ़ाई व गणित में कमजोर हैं

नई दिल्ली । दिल्ली में शिक्षा के क्षेत्र में सर्वाधिक बजट जारी करने व सुधार का दावा करने वाली राज्य की आम आदमी पार्टी सरकार के उपमुख्यमंत्री व शिक्षा मंत्री मनीष सिसोदिया ने स्वीकारा कि राजधानी के 50 प्रतिशत बच्चे पढ़ाई व गणित में कमजोर हैं। उन्होंने दावा किया कि शिक्षा में नई योजना से इसे सुधारेंगे लेकिन देश भर में पढ़ाई को लेकर एक बड़ी समस्या है।
बच्चे अपनी क्लास की किताब नहीं पढ़ पा रहे हैं या गणित के सवाल हल नहीं कर पाते हैं और यह तादाद 50 फीसद तक है। अब ऐसे बच्चों के लिए दिल्ली सरकार मई-जून में विशेष कक्षाओं का आयोजन करेगी। उन्होंने बताया कि दो सप्ताह से शिक्षा विभाग तमाम एजेंसी के साथ बैठक कर रही है। जो बच्चे किताबें नही पढ़ पा रहे हैं या गणित हल नहीं कर पा रहे हैं उन्हें बेहतर करना है। दिल्ली नगर निगमों व अन्य निकायों से मिलकर काम करने की अपील है।
हर स्कूल में एक मेंटर टीचर तैनात होगा इन टीचर की ट्रेंनिग फरवरी और मार्च में दिल्ली सरकार कराएगी हर बच्चे को अलग अलग ग्रुप में बांटा जाएगा। जो बच्चा बिल्कुल नही पढ़ पा रहा है उनका अलग ग्रुप होगा अप्रैल, मई और जून में 'मिशन बुनियाद चलाया जाएगा व हर एक बच्चे की रिपोर्ट तैयार की जाएगी। अगर बच्चों को पढ़ाई में दिक्कत है तो मई और जून में छुट्टी पर न जाएं और बच्चे को स्कूल भेजें। बच्चों को खाने पीने का सामान भी दिया जाएगा और क्लासरूम में क्रिएटिव माहौल तैयार किया जाएगा।
सिसोदिया ने बताया कि नेशनल अचीवमेंट सर्वे में बताया गया है कि मिशन बुनियाद को दिल्ली सरकार के चुनौती कार्यक्रम की तर्ज पर तैयार किया गया है और विभिन्न योजनाओं से ही पढ़ने 20 प्रतिशत तक सुधार हुआ है।
निगम स्कूलों में हालात चिंताजनक हैं प्राइमरी से जब ये बच्चे सेकेंडरी स्कूल में आते हैं तो इन्हें अधिक समस्या होती हैं इसीलिए अब निगम ने भी सुधार प्रक्रिया शुरू की है। इसमें मेटर टीचर योजना शुरू की है जो कि पांच स्कूलों के शिक्षकों को प्रशिक्षित करेंगे और वही शिक्षक पढ़ने की क्षमता बढ़ाने के लिए काम करेंगे और यह तीसरी से पांचवीं कक्षा व दिल्ली सरकार के छठी से आठवीं कक्षा के बच्चों को लिए विशेष अभियान चलेगा।
उन्होने अभिभावकों से गर्मियों की छुट्टी में बाहर न जाने की अपील करते हुए कहा कि अब अभिभावकों के सहयोग से निगम व दिल्ली सरकार के स्कूलों में पढ़ने वाले बच्चों की पढ़ने की क्षमता को विकसित किया जा सकेगा।


