Top
Begin typing your search above and press return to search.

टीकाकरण के लिए 50 लाख लोगों ने कराया पंजीकरण : स्वास्थ्य मंत्रालय

कोविड टीकाकरण को लेकर गठित पैनल के अध्यक्ष राम सेवक शर्मा ने मंगलवार को कहा कि पंजीकरण के लिए पोर्टल खोले जाने के बाद लगभग 50 लाख लोगों ने को-विन के माध्यम से टीकाकरण के लिए स्व-पंजीकरण किया है

टीकाकरण के लिए 50 लाख लोगों ने कराया पंजीकरण : स्वास्थ्य मंत्रालय
X

नई दिल्ली। कोविड टीकाकरण को लेकर गठित पैनल के अध्यक्ष राम सेवक शर्मा ने मंगलवार को कहा कि पंजीकरण के लिए पोर्टल खोले जाने के बाद लगभग 50 लाख लोगों ने को-विन के माध्यम से टीकाकरण के लिए स्व-पंजीकरण किया है। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से एक प्रेस ब्रीफिंग को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि वास्तविक संख्या 2 करोड़ तक हो सकती है, क्योंकि पोर्टल केवल एक मोबाइल नंबर के साथ चार लाभार्थियों को पंजीकृत कर सकता है। हम केवल मोबाइल नंबरों की गिनती करते हैं, इसलिए मुझे लगता है कि आंकड़े इससे अधिक हो सकते हैं।

इससे पहले, दिन में केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री हर्षवर्धन ने संवाददाताओं को बताया था कि मंगलवार सुबह तक लगभग 40 लाख लोगों ने को-विन के माध्यम से पंजीकरण कराया था।

इस बीच, को-विन के बारे में बताई जा रही गड़बड़ियां को स्पष्ट करते हुए शर्मा ने कहा कि यह पोर्टल इस तरह से बनाया गया है कि इस पर एक समय में बड़ी संख्या में यूजर्स आ सकते हैं और रजिस्ट्रेशन करा सकते हैं। उन्होंने स्पष्ट किया कि को-विन के मोबाइल एप्लिकेशन को डाउनलोड करने के बाद से ही गड़बड़ी शुरू हुई। यह सुविधा केवल एडमिन के लिए उपलब्ध है।

शर्मा ने कहा कि इसी वजह से एक या दो घंटे के लिए एप धीमा हो गया, लेकिन बाद में इसमें तेजी आई।

बहरहाल, स्वास्थ्य मंत्रालय ने सूचित किया कि 60 वर्ष से अधिक उम्र के लोगों और अन्य गंभीर बीमारियों से ग्रसित 45 वर्ष से अधिक उम्र वाले लोगों को कोविड वैक्सीन की 2,08,791 खुराक दी गई है। इसके साथ ही कोविड वैक्सीन लगवाने वाले लोगों की कुल संख्या 1,48,55,073 हो गई है। इनमें हेल्थकेयर वर्कर्स की संख्या 93,03,048 है।

कोविड टीकाकरण का तीसरा चरण सोमवार को शुरू हुआ। इसमें 60 वर्ष से अधिक आयु वाले और अन्य गंभीर बीमारियों से ग्रसित 45 साल से ऊपर वाले 27 करोड़ लोगों को शामिल किया गया। टीकाकरण अभियान के पहले दो चरणों में लगभग तीन करोड़ स्वास्थ्य और फ्रंटलाइन वर्कर्स का टीकाकरण किया गया था।

सरकारी संस्थानों में नि: शुल्क और निजी स्वास्थ्य सुविधाओं में भुगतान के आधार पर टीके लगाए जा रहे हैं। सभी निजी अस्पताल केंद्र सरकार द्वारा तय किए गए टीकों के लिए 150 रुपये और सेवा शुल्क के रूप में 100 रुपये ले सकते हैं।


Next Story

Related Stories

All Rights Reserved. Copyright @2019
Share it