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ATM से 50 ट्रांजेक्शन में 5 लाख पार, ठगी का ऐसा तरीका पहले कभी नहीं सुना होगा!
बदमाशों ने ATM कार्ड लगाया, पिन डाला और राशि का डिस्बर्समेंट शुरू होने के दौरान मशीन का प्लग निकाल दिया। बैंक मैनेजर की शिकायत पर पुलिस ने धोखाधड़ी और अन्य धाराओं में केस दर्ज किया है। पुलिस ने घटना के दिन के सीसीटीवी फुटेज चेक किए, जिसमें दो युवक ATM वारदात को अंजाम देते नजर आ रहे हैं

गजेन्द्र इंगले
इंदौर: आपने अब तक ठगी के कई कारनामे सुने होंगे। ATM कार्ड से ठगी की भी कई खबरे सुनी होंगी। लेकिन इंदौर में जिस तरह से 5 लाख की ठगी हुई है वह बिल्कुल अलग मामला है। बात लगभग दो माह पुरानी 5 और 6 अक्टूबर की है, जब ATM से रुपए निकाले गए। RBL बैंक की विजय नगर शाखा के मैनेजर पराग ओझा ने थाने में 19 दिसंबर को इसकी शिकायत दर्ज कराई।
इस शिकायत के अनुसार 12 दिसंबर को बैंक की विजिलेंस टीम से एक ऑफिशियल ई-मेल मिला। मेल से पता चला कि ब्रांच ऑपरेटेड ATM से 5 अक्टूबर को 27 संदिग्ध ट्रांजेक्शन से 2 लाख 70 हजार रुपए और 6 अक्टूबर को 23 संदिग्ध ट्रांजेक्शन से 2 लाख 29 हजार रुपए निकाले गए। कुल 50 ट्रांजेक्शन से 4 लाख 99 हजार रुपए निकाले गए। ये सभी ट्रांजेक्शन अलग-अलग बैंकों के डेबिट कार्ड से किए गए हैं। इस दौरान ATM मशीन के साथ टेम्परिंग (छेड़छाड़) की गई है।
विजय नगर टीआई रवींद्र गुर्जर ने इस मामले की जानकारी देते हुए बताया है कि एक्सिस बैंक, IDFC फर्स्ट और एचडीएफसी बैंक के डेबिट कार्ड से 10-10 हजार के कई ट्रांजेक्शन हुए हैं। बदमाशों ने मशीन में गड़बड़ी करके पावर प्लग निकालकर इस प्रकार धोखाधड़ी की है। जिन तीन बैंकों के कार्ड का इस्तेमाल किया गया है। वह किसके नाम के हैं, उनका खाता नंबर क्या है। पुलिस इसकी जानकारी जुटाने में लगी है। ताकि ट्रांजेक्शन करने वालों का पता चल सके। संभवत: पुलिस इन संबंधित बैंक से इन कार्ड के बारे में जानकारी निकालेगी। दो अज्ञात बदमाश सीसीटीवी में आए हैं, उनके खिलाफ केस दर्ज किया गया है। फुटेज के आधार पर आरोपियों की तलाश शुरू कर दी है।
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