राहुल को मनाने पहुंचे कांग्रेस के ५ मुख्यमंत्री
नई दिल्ली। कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी को मनाने के लिए सोमवार को ५ राज्यों के मुख्यमंत्रियों ने उनसे मुलाकात की, लेकिन वे अपने इस्तीफे का फैसला बदलने के लिए तैयार नहीं हैं।

नई दिल्ली। कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी को मनाने के लिए सोमवार को ५ राज्यों के मुख्यमंत्रियों ने उनसे मुलाकात की, लेकिन वे अपने इस्तीफे का फैसला बदलने के लिए तैयार नहीं हैं। करीब पौने २ घंटे तक हुई चर्चा के बाद राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने बताया कि राहुल ने उनकी बातें ध्यान से सुनी है। उन्हें उम्मीद है कि वे सकारात्मक निर्णय लेंगे।
इस मौके पर मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री कमलनाथ, छत्तसीगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल, पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह और पुदुचेरी के मुख्यमंत्री वी नारायण सामी मौजूद थे।
गहलोत ने कहा कि चुनाव में हार-जीत चलती रहती है, लेकिन जो हालात पैदा हुए हैं, उस पर राहुल से खुल कर बातचीत हुई है। पार्टी के सभी कार्यकर्ता चाहते हैं कि वे अध्यक्ष बने रहें।
मुख्यमंत्रियों ने भी उन्हें अपनी भावना से अवगत करा दिया है। जब उनसे यह पूछा गया कि क्या किसी मुख्यमंत्री ने राहुल के समक्ष अपने इस्तीफे की पेशकश की? तो उन्होंने कहा कि चुनाव में हार होने के बाद कार्यसमिति की बैठक में एेसा करना ही पड़ता है, लेकिन उस पर फैसला तो पार्टी आला कमान लेते हैं। यह बैठक २५ मई को हुई थी।
गहलोत ने राहुल की तारीफ करते हुए कहा कि उन्होंने चुनाव में मुद्दों पर राजनीति की, जबकि पीएम मोदी ने धर्म और जाति के नाम पर लोगों को गुमराह किया और सेना के पीछे छिप कर राजनीति की। वे विकास, अर्थव्यवस्था और रोजगार के बारे में कुछ नहीं बोले।
गहलोत ने दोहराया कि कांग्रेस के मुख्यमंत्रियों को उम्मीद है कि राहुल उनकी मांंग पर जरूर गौर करेंगे। इस बैठक से पहले गहलोत की राहुल के करीबी भंवर जीतेद्र सिंह के साथ लंबी चर्चा हुई थी।
उधर सूत्रों का कहना है कि इस बैठक में राहुल ने मुख्यमंत्रियों से सीधा सवाल किया कि आखिर पार्टी उन राज्यों में चुनाव क्यों हार गई , जहां उसकी सरकारें थी ? इस पर तीन मुख्यमंत्रियों ने उनके समक्ष अपनी सफाई पेश की।
वैसे यह मुद्दा कार्यसमिति की बैठक में भी उठा था और यहां बात यहां तक हुई थी, कमलनाथ और गहलोत अपने बेटों के चुनाव प्रचार में व्यस्त हो गए थे।


