Top
Begin typing your search above and press return to search.

कृषि क्षेत्र में रोजगार की असीम संभावनाएं : भगत

रायपुर ! केन्द्रीय कृषि राज्य मंत्री सुदर्शन भगत और छत्तीसगढ़ के कृषि मंत्री बृजमोहन अग्रवाल ने कृषि, पशुपालन, मछलीपालन, उद्यानिकी, डेयरी के छात्र-छात्राओं को अपनी पढ़ाई का बेहतर

कृषि क्षेत्र में रोजगार की असीम संभावनाएं : भगत
X

रायपुर ! केन्द्रीय कृषि राज्य मंत्री सुदर्शन भगत और छत्तीसगढ़ के कृषि मंत्री बृजमोहन अग्रवाल ने कृषि, पशुपालन, मछलीपालन, उद्यानिकी, डेयरी के छात्र-छात्राओं को अपनी पढ़ाई का बेहतर उपयोग कर इन क्षेत्रों में काम धंधे शुरू करने के लिए प्रेरित किया है। राजधानी रायपुर में आयोजित राष्ट्रीय कृषि मेले की पाठशाला तीन में एग्रो एराईज ’कृषि क्षेत्र में स्टार्ट अप एवं उद्यमिता’ विषय पर आयोजित कार्यशाला में युवाओं को सम्बोधित करते हुए उन्होंने युवाओं से कहा कि हर क्षेत्र में सफलता के लिए कड़ी मेहनत, धैर्य और लगन की जरूरत होती है। कृषि और उससे जुड़े अन्य क्षेत्रों में भी रोजगार की असीम संभावनाएं हैं। युवाओं के प्रेरणास्त्रोत स्वामी विवेकानंद के चित्र के समक्ष दीप प्रज्जवलित कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया गया।
केन्द्रीय कृषि राज्य मंत्री सुदर्शन भगत ने युवाओं को सम्बोधित करते हुए कहा कि रोजगार के अवसर की दृष्टि से कृषि बहुत बड़ा क्षेत्र है। अभी तक इस दिशा में ठोस प्रयास नहीं हुए हैं, लेकिन अब पिछले दो-तीन सालों में परिस्थितियां बदली है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की सोच एवं योजना है कि युवा कृषि क्षेत्र में उद्योग धंधे लगाने का कार्य शुरू करें। केन्द्र सरकार द्वारा इसके लिए अनेक योजनाएं शुरू की गई है। उन्होंने कहा कि पढ़े-लिखे युवा यदि खेती, पशुपालन और मछली पालन से जुडे काम धंधे शुरू करते हैं तो उन्हें तो आमदनी होगी ही अन्य लोगों को भी रोजगार मिलेगा। भगत ने जैविक उत्पादों की लोकप्रियता बताने के लिए झारखण्ड के तेलय्या शहर के राजविद्या केन्द्र की आर्गेनिक फार्मिंग का उदाहरण देते हुए बताया कि यहां से उत्पादित साग-सब्जियों को खरीदने के लिए लोग घण्टों इंतजार करते हैं। इंदिरा गांधी कृषि विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ.एस.के. पाटिल ने अपने विश्वविद्यालय में युवाओं के स्टार्टअप के लिए भविष्य में किए जाने वाले कार्यों को युवाओं के सामने रखा। उन्होंने बताया कि विश्वविद्यालय में स्नातक स्तर के विद्यार्थियों को पढ़ाई के दौरान ही कृषि से जुड़े काम धंधों का व्यवहारिक अनुभव दिलाने कार्यक्रम शुरू किए जाएंगे।
इस कार्यक्रम में संजय प्रकाश चौधरी ग्राम अरकार गुरूर जिला बालोद ने जैविक खेती में मिली सफलता को बता कर युवाओं को खेती करने प्रेरित किया। रायपुर की श्रीमती नम्रता घई ने मशरूम उत्पादन की सफल यात्रा को युवाओं के साथ साझा किया। उन्होंने बताया कि सफलता के लिए परिवार का समर्थन, शिक्षा, अच्छा माहौल और धैर्य बहुत जरूरी है। अपने उत्पादों की अच्छी मार्केटिंग करने से सफलता सुनिश्चित होती है। श्रीमती घई ने बताया कि मशरूम उत्पादन में महिला, युवा, बुजुर्ग सभी जुड़ सकते हैं। युवा उद्यमी कौस्तुभ धर्माधिकारी ने बताया कि उन्होंने अपने तीन अन्य साथियों एकानंद देवांगन, प्रशांत सुब्रामण्या और शारदा चरण पटेल के साथ मात्र दस लाख की पूंजी से किस तरह केप्स आईसक्रीम के साथ नौ अन्य प्रोडक्ट का उत्पादन शुरू कर दूध के बायप्रोडक्ट को अपना व्यवसाय बनाया। उन्होंने बताया कि आज हमारी टीम में सौ सदस्य शामिल हैं। 30 टिस्ट्रीब्यूटर हैं। वर्तमान में वे करीब 150 प्रकार के आईसक्रीम का उत्पादन कर रहे हैं। इन तीनों सफल उद्यमियों ने धैर्य, लगन, मेहनत और सुनिश्चित कार्ययोजना को सफलता का पर्याय बताया। कार्यक्रम में इन तीनों युवाओं का सम्मान किया गया। स्टार्टअप आर यूथ कार्यक्रम के प्रमुख संजय जोशी ने स्वागत भाषण दिया। इस अवसर पर संसदीय सचिव तोखन साहू, छत्तीसगढ़ राज्य वनौषधि बोर्ड रामप्रताप सिंह, छत्तीसगढ़ भवन एवं सन्निर्माण कर्मकार कल्याण मंडल के अध्यक्ष मोहन एंटी, पवन साय, कार्यक्रम के संयोजक दानसिंह देवांगन,संजय जोशी सहित बड़ी संख्या में युवा उपस्थित थे।


Next Story

Related Stories

All Rights Reserved. Copyright @2019
Share it