41 गांव के भू-विस्थापित 9 को करेंगे सीएम का पुतला दहन
बार-बार जिला पुनर्वास समिति की बैठक को टालने से आक्रोशित एसईसीएल प्रभावित 41 गांव के भू-विस्थापितों द्वारा जगह-जगह मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह का पुतला दहन करने का निर्णय लिया गया है

कोरबा। बार-बार जिला पुनर्वास समिति की बैठक को टालने से आक्रोशित एसईसीएल प्रभावित 41 गांव के भू-विस्थापितों द्वारा जगह-जगह मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह का पुतला दहन करने का निर्णय लिया गया है। मुख्यमंत्री के कोरबा प्रवास के दौरान पुतला दहन किया जाएगा और इसके साथ ही भू-विस्थापितों के आंदोलन का आगाज होगा और आने वाले हर माह में एक उग्र आंदोलन किया जाएगा। ऊर्जाधानी भू-विस्थापित कल्याण समिति के सचिव दीपक साहू ने बताया कि भू-विस्थापितों के साथ बार-बार छलावा हो रहा है।
मुद्दों का निराकरण के लिए जिला पुनर्वास समिति की बैठक आयोजित करने हेतु पिछले 4 माह से मांग की जा रही है। कलेक्टर से दो बार मुलाकात व 3 बार पत्र व्यवहार किया जा चुका है। 5 बार सांसद डॉ. बंशीलाल महतो से, कटघोरा विधायक लखन लाल देवांगन से भी 2 बार मुलाकात किया जा चुका है लेकिन बैठक के लिए समय नहीं निकल पा रहा है। टालमटोल रवैया के प्रति भू-विस्थापितों में बढ़ते आक्रोश के मध्य निर्णय लिया गया है कि मुख्यमंत्री के कोरबा प्रवास के दिन जगह-जगह उनका पुतला दहन किया जाएगा।
श्री साहू ने बताया कि पहली बार बैठक की तिथि मई 2017 में तय थी। उस समय ग्राम सुराज के कारण बैठक टाल दी गई, फिर मई में तत्कालीन कलेक्टर पी. दयानंद का तबादला हो गया। नये कलेक्टर से भू-विस्थापितों के प्रतिनिधि मंडल ने जून माह में मुलाकात की तो उन्होंने भू-विस्थापितों के मुद्दों को समझने के लिए समय चाहा। इसके बाद 23 सितंबर को बैठक तय की गई जिसे दिल्ली मे बीजेपी की बैठक होना कहकर टाल दिया गया और अगली तिथि 28 सितंबर तय की गई। 28 सितंबर को भी यह बैठक टाल दी गई।
प्रशासन ने मुख्यमंत्री के 9 अक्टूबर को कोरबा जिला आगमन की तैयारी के कारण इस बैठक को स्थगित करना बताया है। दीपक साहू ने कहा है कि इस तरह बार-बार तारीख पर तारीख दी जा रही है लेकिन जो किसान अपनी जमीन कोयला उत्खनन हेतु एसईसीएल को दिए हैं, उनके रोजगार, पुनर्वास व अन्य सुविधाओं को प्रबंधन से उपलब्ध कराने गंभीरता नहीं दिखाई जा रही।


