मानव तस्करों के चंगुल से हर महीने 40 लड़कियों को छुड़ाया जाता है: शर्मा
एसएसबी की सतर्कता से भारत नेपाल सीमा क्षेत्र में हर माह 40 से अधिक लड़कियों को मानव तस्करों के चंगुल से छुड़ाकर देह व्यापार में जाने से बचाया जाता है।

लखनऊ। सशस्त्र सीमा बल (एसएसबी) की सतर्कता से भारत नेपाल सीमा क्षेत्र में हर माह 40 से अधिक लड़कियों को मानव तस्करों के चंगुल से छुड़ाकर देह व्यापार में जाने से बचाया जाता है।
एसएसबी के इंस्पेटर जनरल (लखनऊ फ्रंटियर) आलोक शर्मा ने विशेष भेट में आज यहां कहा “ एसएसबी की पहली कोशिश सीमा पर मानव तस्करी को रोकने की है। इससे निपटने के लिये कोई कोर कसर नही छोड़ी जा रही है। हर माह 30 से 40 लड़कियों को देह व्यापार में जाने से बचाया जाता है। ”
उन्होने बताया कि मानव तस्कर इसके लिये नित्य नये हथकंडे अपनाते रहते है। सीमा पर मानव तस्करी रोकने के लिये दोनों देशों की सुरक्षा एजेंसियों के लिये चुनौती बनी हुई है। कई मामलों में मानव तस्कर सुरक्षा एजेंसियों को भी गच्चा दे जाते है।
शर्मा ने बताया कि दोनों देशों की संधि के कारण मानव तस्कर खुली सीमा का फायदा उठाते है। तस्कर नेपाल से लड़कियों को भारत लाने के लिये नये- नये तरीके इजाद कर रहे है। लड़कियो को मां-बेटी, भाई-बहिन या फिर पिता-बेटी की आड़ में तस्कर यहां लाते है। वे विभिन्न छोटे-छोटे समूहो में सीमा पार करते हैं, ताकि उन पर शक न हो सके। उन्होने बताया कि कई बार तस्कर उन्हे रिश्तेदारों से मिलने, सब्जियां खरीदने तथा अन्य सामान खरीदने के बहाने यहां भेजते हैं।


