गांव में घुसे 4 हाथी, बिछड़े शावक को भगाने आग व पानी का सहारा
कोरबा वन मंडल के अंतर्गत पंडरीपानी-बेंदरकोना बस्ती में आज तड़के 4 हाथी घुस गये...

कोरबा। कोरबा वन मंडल के अंतर्गत पंडरीपानी-बेंदरकोना बस्ती में आज तड़के 4 हाथी घुस गये। ग्रामीणों द्वारा खदेड़ने पर 3 हाथी निकटस्थ जंगल की ओर चले गये जबकि इनका शावक बिछड़कर गांव की बस्ती और खेत में भटकता रहा। शावक के हमले से एक वृद्धा घायल हो गई जिसका उपचार जिला अस्पताल में जारी है। शावक को भगाने के लिए आग और पानी का सहारा लिया गया लेकिन समाचार लिखे जाने तक उसे दल से मिलाया नहीं जा सका। हाथियों के वापस लौटने की आशंका से ग्रामीण भयभीत हैं।
जानकारी के अनुसार बालको थाना अंतर्गत व कोरबा वन परिक्षेत्र के पंडरीपानी-बेंदरकोना बस्ती से लगे जंगल में आधी रात के बाद 4 हाथियों के आने की खबर तेजी से फैली। ग्रामीण सजग हो गये और आज तड़के लगभग 5.30 बजे गोढ़ी चौक मोहल्ला में वृद्धा समार कुंवर पटेल पति स्व. गणेश राम पटेल 62 वर्ष का सामना हाथियों के दल में शामिल शावक से हो गया। शावक ने महिला पर हमला कर दिया जिससे जान बचाने के प्रयास में समार कुंवर घायल हो गई। उसकी चीख पुकार सुनकर ग्रामीण मौके पर आ पहुंचे। शोर सुनकर हाथी शावक सहम कर भागने लगा और झाड़ियों में छिप गया। इधर बस्ती के आसपास 3 और हाथी विचरण करते देखे गये। एक साथ 4 हाथियों को देखे जाने से ग्रामीणों में दहशत व्याप्त हो गया और अपने स्तर पर इन्हें भगाने का जतन करने के साथ वन विभाग और पुलिस को सूचना दी। कुछ देर में यहां रजगामार, बालको से पुलिस कर्मी पहुंचे साथ ही वन अमला भी मुस्तैद हो गया।
ग्रामीणों ने हुल्ला पार्टी की मदद से हाथियों को खदेड़ने में सफलता पाई और 3 हाथी बेंदरकोना के जंगल से होते हुए आगे बढ़ गये, लेकिन इनका शावक बस्ती में ही रह गया। शावक को उसके दल से मिलाने के लिए लोगों ने उसके छिपे स्थल पर झाड़ी में आग लगाई और फायर बिग्रेड बुलवाकर पानी की बौछार भी छोड़ी, लेकिन शावक इधर उधर भागकर बस्ती में ही डटा रहा। समाचार लिखे जाने तक शावक को उसके दल से मिलाया नहीं जा सका जिससे इस बात की आशंका और भय बना हुआ है कि बिछड़े शावक को अपने साथ ले जाने के लिए दल का रूख गांव की ओर हो सकता है और वापसी पर कोई उत्पात न मचा दे। फिलहाल ग्रामीण और वन अमला हालातों पर नजर बनाये हुए है। इधर जिला अस्पताल में भर्ती समार कुंवर से मिलकर वन अधिकारियों ने उसका हाल जाना।


