डूबने से बाल-बाल बचे एक ही परिवार के 4 सदस्य
पिछले दिनों नदी में नहाने के दौरान एक ही परिवार के चार सदस्य गहराई में डूबने लगे

कोरबा। पिछले दिनों नदी में नहाने के दौरान एक ही परिवार के चार सदस्य गहराई में डूबने लगे। अनुभव और साहस से माकपा नेता ने अपने परिवार के सदस्यों की जान अंतत: बचा ली और एक बड़ा हादसा होने से रोक लिया गया।
दरअसल माकपा नेता भैरौताल निवासी सपुरन कुलदीप अपने परिजनों के साथ गत शनिवार की सुबह अप्पू गार्डन के वाटर पार्क पहुंचे थे। सुबह करीब 8 बजे आने पर पता चला कि वाटर पार्क रविवार और मंगलवार को ही खुलता है। मायूस होकर परिजन लौटे और किसी नदी में नहाने का विचार बनाया।
बल्गी के समीप अहिरन नदी के सरोतीदहरा में कुलदीप अपनी पत्नी भारती, भाभी तेरस, भतीजी हेमा व नातिन तुष्टि एवं वाणी के साथ पहुंचे। महिला व पुरूष का घाट अलग-अलग होने से अपने-अपने जगह पर नहाने का लुत्फ उठा रहे थे। कुलदीप अपने बेटे हितार्थ और सिद्धार्थ को हाथ पकड़कर तैराना सिखा रहे थे और बमुश्किल 20 फीट की दूरी पर महिलाएं नहा रही थीं।
चूंकि तेरस को तैरना आता था इसलिए वह गहराई में उतर गईं, जिन्हें देखकर नातिन तुष्टि ने भी छलांग लगा दी। असंतुलित होकर दोनों डूबने लगे तब भारती और हेमा ने बाहर निकालने का प्रयास किया। इस प्रयास में चारों डूबने लगे।
भारती ने शोर मचाया तब सपुरन कुलदीप दौड़े-भागे मौके पर पहुंचे और गहराई में छलांग लगा दी। तैरना आने के कारण एवं बचपन में 100 फीट ऊंचे पुल से छलांग लगाने का अभ्यास इस आपदा में काम आया और अंतत: परिवार के चारों सदस्यों को डूबने से बचा लिया।
तैरना सीखें और बच्चों को सिखाएं
माकपा सचिव सपुरन कुलदीप ने अभिभावकों से आग्रह किया है कि वे इस तरह की आपात स्थितियों से निपटने के लिए तैरने की कला अपने बच्चों को सिखाएं और स्वयं भी सीखें। वर्तमान में नदी, तालाब की संख्या घटने और सूखने के कारण तैरने का उत्साह कमजोर होता जा रहा है।
आधुनिक तौर पर स्वीमिंग पुल, वेव्हपूल में सिर्फ मनोरंजन के लिए युवा और उनके अभिभावक जाते हैं परंतु व्यवहारिक तौर पर वे तैरने की तकनीकी से अवगत नहीं होते। मनोरंजन के साथ भी तैरने का जीवनरक्षक गुर सीखा जा सकता है लेकिन इसके लिए गंभीरता दिखानी चाहिए।


