दुष्कर्म पीड़िता बच्ची का 38 घंटे बाद भी मेडिकल परीक्षण नहीं
किस पर आक्रोश जताएं किसे दोषी ठहराएं समझ से परे है। शब्दों में ग़ुस्से को अभिव्यक्त करने के लिए इस बार तो शब्द ही मूक हो गए लगते हैं

गंभीर स्थिति में चल रहा इलाज
अंबिकापुर। किस पर आक्रोश जताएं किसे दोषी ठहराएं समझ से परे है। शब्दों में ग़ुस्से को अभिव्यक्त करने के लिए इस बार तो शब्द ही मूक हो गए लगते हैं। दुष्कर्म पीड़िता आठ वर्षीया बच्ची इस थाने से उस थाने घूम रही है, लेकिन उसका मेडिकल नहीं हो पाया है।
जिस थाना क्षेत्र में घटना घटी वहाँ की दलील है कि महिला चिकित्सक नही है और प्रकरण की जाँच महिला सेल करेगी। 70 किलोमीटर दूर मुख्यालय में जहाँ पर कि महिला सेल है वहाँ के अस्पताल मे महिला चिकित्सक अवकाश पर है।
नतीजतन देर शाम बच्ची मेडिकल कॉलेज लाई गई जहाँ उसकी गंभीर हालत देख उसे एडमिट किया गया पर गंभीर हालत की वजह से उसका परीक्षण फिर भी नहीं हो पाया और अब वारदात को 38 घंटे बीत चुके हैं। अबोध पीड़िता मेडिकल कॉलेज में मेडिकल कराए जाने का इंतजार गंभीर तबियत के बीच कर रही है।
प्रकरण सूरजपुर जिले के खड़गंवा चौकी का है जहाँ विवाह समारोह में परिजनों के साथ मध्य प्रदेश से पहुँची सात और आठ वर्षीया बच्चियाँ पहुँची थी। ये बच्चीयां बाहर खेल रही थीं। तभी समीपस्थ ग्राम केरता निवासी 21 वर्षीया राजेश गुप्ता टीव्हीएस मोपेड से पहुँचा और बच्चियों को बहला कर बोझा मोड़ के पास ले गयाए जहाँ उसने 8 वर्षीया बच्ची से दुष्कर्म का प्रयास किया, और रोने चीख़ने पर छोड़कर भाग खड़ा हुआ। इधर बच्चियो के लापता होने पर परिजनों ने गुमशुदगी का मामला दर्ज कराया और पतातलाश के दौरान बच्चियाँ डरी सहमी बरामद हो गईं।
खड़गंवा चौकी ने मामले में आरोपी को तलाश कर उसे हिरासत में ले लिया। इधर दावा है कि चुंकि नियमों के तहत प्रकरण महिला अधिकारी को ही सुपुर्द किया जाना था और निकटतम अस्पताल प्रतापपुर में महिला चिकित्सक नही है, इसलिए पीड़िता को सत्तर किलोमीटर दूर मुख्यालय सूरजपुर महिला सेल भेजा गया यहाँ पीड़िता अगले दिन याने दो मई को दोपहर करीब दो बजे पहुँची।
मेडिकल के लिए फिर समस्या खड़ी हुई क्योंकि महिला विशेषज्ञ चिकित्सक अवकाश पर थीं। पीडिता को लेकर महिला सेल देर शाम चालीस किलोमीटर दूर मेडिकल कॉलेज अस्पताल पहुँची, तब तक पीडिता की तबियत बिगड चुकी थी तो उसे तुरंत एडमिट कराया गया जहाँ अब भी उसका चिकित्सकीय उपचार जारी है। जहाँ तक रिपोर्ट का मसला है तो वह अब भी तैयार नही हो पाई है क्योंकि परिक्षण के लायक पीड़िता की हालत ही नही है। चिकित्सक उसके हालत के सामान्य होने का इंतजार कर रहे हैं।
इधर महिला सेल ने पीडिता के बताए ब्यौरे के आधार पर आरोपी राजेश गुप्ता के खिलाफ अपराध क्रमांक 51/2018 कायमी कर 363, 366 पॉस्को की धारा 4,6 के तहत गिरफ्तार कर लिया है। खड़गंवा चौकी ने शून्य पर कायमी कर डायरी महिला सेल भेज दी थी।


