वाराणसी में पुलिस पर हमले में 38 गिरफ्तार, 200 अज्ञात पर मुकदमा
उत्तर प्रदेश के वाराणसी में पुलिस को बंधक बनाकर हमला करने तथा एक पुलिस कर्मी से पिस्तौल लूटने के मामले में 15 नामजद समेत करीब 200 अज्ञात लोगों के खिलाफ मुदकमा दर्ज

वाराणसी। उत्तर प्रदेश के वाराणसी में पुलिस को बंधक बनाकर हमला करने तथा एक पुलिस कर्मी से पिस्तौल लूटने के एक मामले में मंगलवार को 15 नामजद समेत करीब 200 अज्ञात लोगों के खिलाफ गंभीर आपराधिक धाराओं के तहत मुदकमा दर्ज कर 38 आरोपयों को गिरफ्तार कर किया गया।
इसके अलावा कई आरोपियों के खिलाफ राष्ट्रीय सुरक्षा कानून (रसुका) एवं गैंगेस्टर एक्ट के तहत कानूनी कार्रवाई की प्रक्रिया शुरु कर दी गई है।
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक आनंद कुलकर्णी ने यहां बताया कि जौनपुर जिले के जलालपुर क्षेत्र में लूट एवं हत्या की कोशिश के एक मामले के वांछित आरोपी राजन राजभर को वाराणसी के जंसा क्षेत्र के हरसोस गांव से सोमवार रात गिरफ्तार कर ले जाते समय पुलिस दल पर हमला करने के आरोपियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की गई है। प्रथमदृष्टा दोषी पाये गए 15 नामजद समेत 150-200 लोगों के खिलाफ हत्या की कोशिश, सरकारी काम में बाधा पहुंचाने समेत अनेक गंभीर आपराधिक धाराओं के तहत प्राथमिकी दर्ज की गई है।
उन्होंने बताया कि 38 आरोपियों को गिरफ्तार किया गया तथा अन्य की तलाश की जा रही है। नामजद कई आरोपियों के खिलाफ राष्ट्रीय सुरक्षा कानून एवं गैंगेस्टर एक्ट के तहत कानूनी कार्रवाई की प्रक्रिया शुरु कर दी गई है।
उन्होंने बताया पथराव के दौरान घायल पुलिस कर्मियों का इलाज चल रहा है। उनकी हालत में सुधार है।
श्री कुलकर्णी ने बताया कि हमले के दौरान उपनिरीक्षण बरलेंद्र यादव से लूटी गई सरकारी पिस्टल एवं कारतूस बरामद कर लिये गए हैं।
उन्होंने बताया क जौनपुर जिले की स्वाट टीम के प्रभारी वीरेंद्र कुमार बरवार और सर्विलांस प्रभारी ओम नारायण सिंह के नेतृत्व में पुलिस का एक दल सूचना के आधार पर सोमवार रात राजन को गिरफ्तार कर ले जा रहा था तभी बड़ी संख्या में ग्रमीणों की भीड़ ने पुलिस दल पर हमला कर दिया। इसी दौरान कई पुलिस कर्मियों को बंधक बनाकर पारपीट की गई और एक पुलिस कर्मी का पिस्तौल लूट लिया गया था। इस मामले में जंसा थाने में भारतीय दंड संहिता की धारा 147, 148, 149, 225, 342, 332, 333, 353, 186, 307, 394, 427 समेत अन्य गंभीर आपराधिक धाराओं के तहत मुकदमा दर्ज किया गया है।
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक ने बताया कि गांव में शांति व्यवस्था कायम हैं लेकिन एहतियातन पर्याप्त संख्या में पुलिस बल तैनात किये गए हैं। आरोप है कि दोनों अभियुक्तों को छुड़ाने के लिए बदमाशों के समर्थक गांव के बहुत से लोगों ने कई पुलिस कर्मियों को बंधक बनाकर उन पर हमला किया। घटना की सूचना मिलते ही पुलिस के आलाधिकारी रोहनियां समेत कई थानों की पुलिस के साथ मौके पर पहुंच गए। इसी बीच उनके साथ हिंसक छड़पें हुईं। आरोप है कि भीड़ ने पुलिस पर ईंट-पत्थरों से हमला किया, जिससे पी त्रिपाठी समेत कम से कम छह पुलिस कर्मी घायल हो गए। ।
उन्होंने बताया कि घायल पुलिस कर्मियों का इलाज कशी हिंदू विश्वविद्यालय (बएचयू) के ट्रॉमा सेंटर एवं निजी अस्पताल में चल रहा है।


