Top
Begin typing your search above and press return to search.

सीबीएसई के 34 शिक्षक राष्ट्रीय पुरस्कार से सम्मानित

केन्द्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (सीबीएसई) के देश भर के 34 चुनिन्दा शिक्षकों को शिक्षा में नवाचार एवं गुणवत्ता के लिए गुरुवार को यहाँ सम्मानित किया गया

सीबीएसई के 34 शिक्षक राष्ट्रीय पुरस्कार से सम्मानित
X

नयी दिल्ली। केन्द्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (सीबीएसई) के देश भर के 34 चुनिन्दा शिक्षकों को शिक्षा में नवाचार एवं गुणवत्ता के लिए गुरुवार को यहाँ सम्मानित किया गया।

केन्द्रीय मानव संसाधन विकास मंत्री रमेश पोखरियाल ‘निशंक’ ने भारतीय प्रवासी केंद्र में एक गरिमा पूर्ण समारोह में इन शिक्षकों को वर्ष 2018-19 का पुरस्कार प्रदान किया। उन्होंने प्रत्येक शिक्षक को 50-50 हज़ार रुपए का चेक प्रशस्ति पत्र आदि प्रदान किया। इनमें सर्वाधिक राजधानी दिल्ली के 13 शिक्षक हैं। इसके अलावा उत्तर प्रदेश की चार, चंडीगढ़ की तीन, पंजाब, राजस्थान और पश्चिम बंगाल के दो-दो शिक्षक,महाराष्ट्र, मध्यप्रदेश, आँध्र प्रदेश, तमिलनाडु, कर्नाटक और केरल के एक-एक शिक्षक पुरस्कृत किये गये। पुरस्कृत शिक्षकों में एक ओमान की राजधानी मस्कट में भारतीय स्कूल की भी एक शिक्षिका भी हैं, पुरस्कार पाने वालों में 28 महिला शिक्षक हैं।

निशंक ने कहा कि सीबीएसई के 22 हज़ार स्कूलों के 15 लाख शिक्षकों में से 34 शिक्षकों का चयन कोई छोटी बात नही है। उन्होंने कहा कि कुल 60 शिक्षकों का चयन होता है लेकिन कड़ाई से चयन करने के बाद राष्ट्रीय स्तर पर केवल 34 ही चुने गये। यह गर्व और खुशी की बात है। यह आनंद का उत्सव है और अब आप शिक्षा का प्रतीक बन गये हैं। उन्होंने कहा कि इन शिक्षकों ने खुद ऑनलाइन आवेदन किया और शिक्षा में अपने नवाचार एवं नये प्रयोगों के बारे में दस्तावेज पेश किये और फिर उनका साक्षात्कार भी हुआ, तब अंतिम चयन हुआ। उन्होंने कहा कि सीबीएसई ने एक नयी ऊँचाई हासिल की है और अब यह एक ब्रांड बन गया है।

उन्होंने सीबीएसई को प्रदेश स्तर पर भी उत्कृष्ट शिक्षकों को सम्मानित करना चाहिए और इसके लिए एक नया पुरस्कार शुरू करने का भी सुझाव दिया। उन्होंने कहा कि इसके लिए वह अधिकारियों से मिल बैठकर विचार करेंगे।

समारोह में मानव संसाधन राज्य मंत्री विकास मंत्री संजय धोत्रे, सीबीएसई की अध्यक्ष अनीता करवाल और सचिव अनुराग त्रिपाठी भी मौजूद थे।

इन शिक्षकों में कई ने गणित भौतिकी विज्ञान को रोचक बनाकर छात्रों को पढ़ाया है और उसमें संगीत एवं नृत्य तथा खेल का समावेश कर उसे रचनात्मक एवं आनद दायक बनाया है। कई ने जल संरक्षण सौर ऊर्जा स्वच्छता अभियान को भी स्कूलों में लागू कर छात्रों को पर्यावरण के प्रति जागरुक बनाया है।


Next Story

Related Stories

All Rights Reserved. Copyright @2019
Share it